CM Sai tribal development authority meeting : मुख्यमंत्री साय की अध्यक्षता में मध्य क्षेत्र आदिवासी विकास प्राधिकरण की अहम बैठक होने जा रही है, वहीं कांग्रेस ने बिजली ऑफिस के बाहर प्रदर्शन की घोषणा की है और आम आदमी पार्टी के प्रदेश प्रभारी डॉ. संदीप छत्तीसगढ़ दौरे पर रहेंगे। इन प्रमुख घटनाओं का क्षेत्रीय राजनीति और आम जनता पर खास प्रभाव पड़ सकता है।
मध्य क्षेत्र आदिवासी विकास प्राधिकरण की बैठक: योजनाओं की समीक्षा और नई घोषणाएँ
मुख्यमंत्री साय मध्य क्षेत्र आदिवासी विकास प्राधिकरण की समीक्षा बैठक लेंगे, जिसमें क्षेत्र के सामाजिक, शैक्षणिक, स्वास्थ्य और आधारभूत ढांचे के विकास से जुड़ी योजनाओं की प्रगति पर चर्चा होगी।
बैठक में प्रमुखता से शिक्षा व्यवस्था को सुधारना, आदिवासी छात्रों के लिए छात्रावास और स्कॉलरशिप, ग्रामीण सड़कों का निर्माण, वनों की सुरक्षा, स्वास्थ्य सुविधाओं में इजाफा, और आजीविका बढ़ाने के प्रयास पर मंथन होगा। इसके अलावा, विभिन्न पंचायत व समुदाय से मिलने वाले सीधे फीडबैक को भी रोडमैप में शामिल किया जाएगा जिससे विकास योजनाएँ ज़मीनी हकीकत पर आधारित रहें।
इसके साथ ही, हाल के बजट आवंटन और क्रियान्वयन की प्रगति पर भी रिपोर्ट ली जाएगी, ताकि योजनाओं में गति और पारदर्शिता आए। आदिवासी युवाओं के लिए स्वरोजगार और प्रशिक्षण को लेकर भी अहम फैसले लिए जा सकते हैं, जिससे क्षेत्र की बेरोजगारी कम हो सके।
READ MORE : CRPF जवान ने सर्विस राइफल से खुद को मारी गोली 6 पन्नों के सुसाइड नोट में बयां किया दर्द
बिजली ऑफिस पर कांग्रेस का प्रदर्शन और AAP के प्रभारी का छत्तीसगढ़ दौरा
कांग्रेस ने राज्य सरकार द्वारा बिजली बिल हाफ योजना की शर्तों में बदलाव और बिजली दरों में वृद्धि के विरोध में प्रदेशभर में बिजली ऑफिस के सामने प्रदर्शन का ऐलान किया है। कांग्रेस के अनुसार, अब सिर्फ 100 यूनिट तक ही बिल में छूट मिलेगी, जबकि पहले 400 यूनिट तक हाफ बिल की सुविधा थी।
पार्टी का आरोप है कि इससे अधिकांश उपभोक्ताओं पर आर्थिक बोझ बढ़ गया है, जबकि बिजली की दरों में भी बार-बार वृद्धि की जा रही है। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष तथा अन्य वरिष्ठ नेता इस प्रदर्शन में भाग लेंगे और सरकार की बिजली नीति को जनता विरोधी करार देंगे।
इसी दौरान, आम आदमी पार्टी के प्रदेश प्रभारी डॉ. संदीप छत्तीसगढ़ दौरे पर रहेंगे, जहां वह पार्टी कार्यकर्ताओं से मिलकर संगठन विस्तार, आगामी रणनीति तथा क्षेत्रीय मुद्दों पर संवाद करेंगे। उन्होंने छत्तीसगढ़ में पार्टी को मजबूती देने के लिए रैलियां, मीटिंग और सामाजिक संवाद की योजना बनाई है, जिससे AAP का नेटवर्क बढ़ाया जा सके।
इन तीनों घटनाओं का सीधा असर क्षेत्रीय राजनीति, प्रशासनिक निर्णय और आम जनता की समस्याओं पर देखने को मिल सकता है।
