Banaskantha News: गुजरात में शराबबंदी फिर सवालों के घेरे में, बनासकांठा में लाखों की विदेशी शराब जब्त
Banaskantha News: गांधीजी के गुजरात में लागू शराबबंदी अब सिर्फ कागजों पर दिखाई दे रही है। बनासकांठा ज़िले की डीसा ग्रामीण पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए लाखों रुपये की विदेशी शराब जब्त की है। यह घटना राज्य में शराबबंदी की प्रभावशीलता पर गंभीर सवाल खड़े करती है।

Banaskantha News: एक शिफ्ट कार पुलिस को संदिग्ध लगी
मिली जानकारी के अनुसार, डीसा ग्रामीण पुलिस की एक टीम विठोदर के पास वाहनों की नियमित चेकिंग कर रही थी। इसी दौरान एक शिफ्ट कार पुलिस को संदिग्ध लगी। पुलिस ने वाहन को रोकने का प्रयास किया, लेकिन चालक ने रुकने की बजाय वाहन भगा दिया। पुलिस टीम ने तुरंत पीछा किया और जावल गांव की सीमा पर वाहन को पकड़ने में सफलता हासिल की।
Banaskantha News: सेमोज माताजी मंदिर के समीप रहते
जांच में सामने आया कि वाहन में लाखों रुपये की विदेशी शराब छिपाकर रखी गई थी। पुलिस ने मौके से दो आरोपियों को गिरफ्तार किया – अरविंदजी बानूजी ठाकोर दरबार और हितूजी मेरुजी ठाकोर दरबार। दोनों आरोपी पाटण ज़िले के डेरे गांव के रहने वाले हैं और नागजी पार्टी दर के पास, सेमोज माताजी मंदिर के समीप रहते हैं।
मामले की जांच तेज़ी से चल रही
गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने दोनों के खिलाफ गुजरात शराबबंदी अधिनियम और अन्य आपराधिक धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस अब यह जानने में जुटी है कि जब्त की गई शराब कहां से लाई गई थी और इसकी डिलीवरी कहां की जानी थी। मामले की जांच तेज़ी से चल रही है।
एक संगठित तस्करी नेटवर्क का हिस्सा हो सकती
इस कार्रवाई के बाद शराब तस्करों में हलचल मच गई है। पुलिस को शक है कि यह कोई एकल घटना नहीं, बल्कि एक संगठित तस्करी नेटवर्क का हिस्सा हो सकती है।
यह मामला राज्य में शराबबंदी के क्रियान्वयन को लेकर गंभीर चिंताएं पैदा करता है। बार-बार हो रही शराब की जब्तियों से यह स्पष्ट हो रहा है कि प्रतिबंध के बावजूद शराब की अवैध तस्करी धड़ल्ले से जारी है।
नए सिरे से मंथन करने की ज़रूरत है
गुजरात सरकार को अब ज़मीनी हकीकत को समझते हुए शराबबंदी नीति के प्रभावी अमल पर नए सिरे से मंथन करने की ज़रूरत है।
संवाददाता: ललित दरजी, बनासकांठा
