
98 वर्ष की उम्र में ली अंतिम सांस
Mp Latest News in Hindi: मध्य प्रदेश के फॉरेस्ट मैन के नाम से मशहूर वन अधिकारी और जानकार, जगत ज्योति दत्ता जी का शनिवार को देहांत हो गया। वे 98 साल के थे। 1950 बैच के IFS अफसर दत्ता ने एमपी में संरक्षित वन क्षेत्रों को स्थापित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।
मध्य प्रदेश के पहले वन्यजीव वार्डन के रूप में उन्होंने राज्य की समृद्ध वन्यजीव विरासत की नींव रखी थी। संरक्षण के प्रति उनके दूरदर्शी नेतृत्व और अटूट प्रतिबद्धता ने एक अमिट छाप छोड़ी है।नागपुर साइंस कॉलेज से जूलॉजी में स्वर्ण पदक विजेता और FRI देहरादून के पूर्व छात्र दत्ता 1984 में PCCF के पद से सेवानिवृत्त हुए थे।
Read More- Big Breaking News: शिवपुरी स्कूल के वाहर खड़ी स्कूल वेन में लगी आग
सीएम मोहन यादव ने जताया दुख
अपने असाधारण ज्ञान और जुनून के लिए जाने जाने वाले दत्ता अनगिनत वन अधिकारियों के लिए एक मार्गदर्शक रहे। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने दत्ता के निधन पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए उन्हें भारतीय वानिकी का स्तंभ बताया। मध्य प्रदेश सरकार ने उन्हें राज्य और देश में वन्यजीवों के संरक्षण में उनके असाधारण योगदान के लिए लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड से सम्मानित किया था।
दत्ता जी को समर्पित और प्रशिक्षित कार्यबल के साथ एक मजबूत वन्यजीव विंग बनाने के लिए जाना जाता है। इसके साथ ही उन्हे राज्य के विभिन्न जैव-भौगोलिक क्षेत्रों में समृद्ध और विविध संरक्षित क्षेत्रों का नेटवर्क बनाने के उनके दृष्टिकोण और दृढ़ता के लिए जाना जाता है। जबलपुर में राज्य वन अनुसंधान संस्थान की स्थापना के पीछे भी उनकी वैज्ञानिक सोच थी। इन सबके लिए उनका योगदान अद्वितीय है।
Mp Latest News in Hindi: रिटायर्ड होने के बाद किया मार्गदर्शन
उनका मानना था कि वन्यजीव प्रबंधक को संरक्षण के प्रति सिर्फ़ अपनी सोच रखने वाले व्यक्ति से लोगों के दोस्त की भूमिका में आना चाहिए। उनकी इस रणनीति को भारत सरकार ने अन्य राज्यों द्वारा अपनाने के लिए प्रसारित किया था। एक दशक से भी अधिक समय तक भारतीय वन्यजीव संस्थान की फैकल्टी चयन समिति में पहले सदस्य के रूप में कार्य किया। फिर अध्यक्ष के रूप में कार्य करते हुए वे विशेषज्ञता के एक उज्ज्वल केंद्र बन गए। सेवानिवृत्ति के बाद भी वे वन अधिकारियों की युवा पीढ़ी के लिए मार्गदर्शन और प्रेरणा स्रोत बने रहे।
Read More- MP Latest News: मध्य प्रदेश में दुकान के सामने दुकानदार का नाम लिखने की मांग
Mp Latest News in Hindi: दत्ता के प्रयासों से बना टाइगर स्टेट
सेवानिवृत्त IFS अधिकारी घनश्याम सक्सेना और सुहास कुमार ने लिखा है कि वन्यजीवों को सुरक्षित और पोषित करने के उनके अथक प्रयासों के कारण, मध्य प्रदेश वस्तुतः भारत का ‘टाइगर स्टेट’ बन गया। देश में पहली बार बाघों की गिनती में कुल 1800 में से 450 बाघ मध्य प्रदेश में पाए गए थे। उन्होंने आगे कहा कि युवा वन अधिकारियों और फील्ड कर्मियों को प्रशिक्षित करने के परिणामस्वरूप एक अत्यंत कुशल और समर्पित कार्यबल का एक कैडर तैयार हुआ। जिसके कारण मध्य प्रदेश पूरे देश में वन्यजीव प्रबंधन में अग्रणी बन गया।
9 राष्ट्रीय उद्यान और 22 वन्यजीव अभ्यारण्य स्थापित किए
मध्य प्रदेश में उनके मार्गदर्शन में विकसित कुछ अभ्यारण्यों ने राज्य और देश को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाई। उनके शिष्य पद्म भूषण एच.एस. पवार ने 1980 के दशक की शुरुआत में प्रोजेक्ट टाइगर का नेतृत्व किया। इसके बाद में भारत सरकार के एक प्रतिष्ठित संस्थान भारतीय वन्यजीव संस्थान के निदेशक के रूप में कार्य किया। जे.जे. दत्ता पूरी तरह से भारत सरकार द्वारा दिए जाने वाले सर्वोच्च नागरिक सम्मान के पात्र हैं। सेवानिवृत्त IFS आर. श्रीनिवास मूर्ति ने कहा कि वे खुद को भाग्यशाली मानते हैं कि उन्हें वानिकी के दिग्गज जे.जे. दत्ता के साथ रहने का मौका मिला। उन्होंने से कहा कि मैं पुराने वन अधिकारियों की प्रशंसा करता हूं। आधुनिक उपकरणों के बिना ही वे राज्य में वानिकी और वन्यजीव प्रबंधन की मजबूत नींव रखने में सफल रहे। वो भी पूरे जोश और समर्पण के साथ। दत्ता साहब इस मामले में अग्रणी थे। उन्होंने राज्य के पहले मुख्य वन्यजीव वार्डन के रूप में 9 राष्ट्रीय उद्यान और 22 वन्यजीव अभ्यारण्य स्थापित किए। मैं जे.जे. दत्ता साहब को सलाम करता हूं। दत्ता जी का अंतिम संस्कार रविवार सुबह भदभदा में किया जाएगा।