Vice President Election: नई दिल्ली: उपराष्ट्रपति पद के चुनाव को लेकर आज संसद भवन में खासा गर्म माहौल देखा गया। मतदान की प्रक्रिया नई संसद भवन में शुरू हुई, और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पहला वोट डाला… साथ ही भोपाल सांसद आलोक शर्मा वोट डालने संसद भवन पहुंचे… और वोट डाला…


Vice President Election: इससे एनडीए उम्मीदवार की बढ़त को बढ़ावा मिला।
कौन-कौन हैं उम्मीदवार और किसका कितना दबदबा?
Vice President Election: इस चुनाव में दो प्रमुख दावेदार हैं—
• एनडीए की ओर से: सी. पी. राधाकृष्णन, महाराष्ट्र के राज्यपाल और पूर्व सांसद

• विपक्ष की ओर से: बी. सुदर्शन रेड्डी, पूर्व सुप्रीम कोर्ट न्यायाधीश ।
राहुल रूप से, एनडीए की मजबूत स्थिति और गठबंधन में बढ़त के अतिरिक्त, बीजू जनता दल (बीजेडी) ने चुनाव से दूरी बनाए रखी और किसी भी पक्ष का समर्थन नहीं किया—जिससे राधाकृष्णन की जीत की संभावनाएं और स्पष्ट हो गईं। विपक्ष के लिए मुश्किलें बढ़ रही हैं, क्योंकि आवश्यक सांसदों का समर्थन जुटाना चुनौतीपूर्ण है; हालाँकि कुछ सांसदों का रुख अभी स्पष्ट नहीं है।
Vice President Election: कैसे हो रही वोटिंग?
इस निर्वाचन प्रक्रिया में इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (EVM) का उपयोग नहीं हो रहा। मतदान गुप्त बैलेट और वरीयता क्रम (preferential voting) सिस्टम के माध्यम से किया जा रहा है, जो इसकी प्रकृति को पारंपरिक चुनावों से अलग बनाता है।
दावेदारों की वर्तमान स्थिति
चुनावी गणित साफ दिखा रहा है कि एनडीए उम्मीदवार राधाकृष्णन के पास जीत लगभग तय है, यदि कोई अप्रत्याशित राजनीतिक घटनाक्रम नहीं होता। विपक्षी उम्मीदवार रेड्डी के लिए राह कठिन बनी हुई है।
Vice President Election: मतदान अभियान और रणनीतियां
चुनाव से पहले भाजपा ने सुदर्शन रेड्डी पर आलोचक ध्यान केंद्रित करते हुए उनकी छवि को निशाना बनाया है—यह रणनीति विपक्ष को घेरने और undecided सांसदों को अपने पक्ष में लाने की कोशिश मानी जा रही है।
सी. पी. राधाकृष्णन और विपक्ष के बी. सुदर्शन रेड्डी के बीच
आज दिल्ली में उपराष्ट्रपति पद के चुनाव के मद्देनजर सियासी उत्साह रहा, प्रधानमंत्री ने सर्वप्रथम वोट डाला, और मतदान जारी है। मुख्य मुकाबला एनडीए के सी. पी. राधाकृष्णन और विपक्ष के बी. सुदर्शन रेड्डी के बीच है।
एनडीए को बीजेडी का तटस्थ रुख और गणितीय बढ़त मिली है, जिससे राधाकृष्णन की जीत की राह मजबूत हुई है। वहीं विपक्ष के सामने निर्णायक समर्थन जुटाने में चुनौती बनी हुई है।
यदि आप चाहें तो आगे जान सकते हैं कि यह मतदान कब खत्म होगा, मतगणना का समय और प्रक्रिया मैं आगे जानकारी देने के लिए तैयार हूं।
