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अदालत पहुंचा POK की आजादी मांग रहे कवि की गिरफ्तारी का मामला
पाकिस्तान सरकार ने इस्लामाबाद उच्च न्यायालय के समक्ष स्वीकार किया है कि पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (POK ) एक विदेशी क्षेत्र है। मामला जुड़ा है पाक अधिकृत कश्मीर की आजादी के लिए लड़ने वाले एक्टिविस्ट-कवि अहमद फरहाद शाह की अवैध गिरफ्तारी का, जिसके खिलाफ उनकी पत्नी ने याचिका ने दायर की है।
POK में पाक अदालत के फैसले लगते हैं विदेशी
मामले में सुनवाई के दौरान पाकिस्तान के अतिरिक्त अटॉर्नी जनरल मुनव्वर इकबाल दुग्गल ने माना कि शाह पीओके में पुलिस हिरासत में है, जो कि विदेशी क्षेत्र है। इसलिए उन्हें इस्लामाबाद उच्च न्यायालय में पेश नहीं किया जा सकता। दुग्गल ने कहा, पीओके का अपना संविधान, झंडा और अदालतें हैं। वहां हमारी अदालतों के फैसले विदेशी अदालतों के फैसले जैसे प्रतीत होते हैं। इस पर, अदालत ने कहा कि यदि पीओके विदेशी क्षेत्र है, तो पाक सेना के रेंजर्स वहां कैसे घुस गए। अदालत ने पाक सेना द्वारा अपहरण की भी आलोचना की।
POK में पाक झंडा फहराने पर रोक
POK पर 1947 से पाकिस्तान ने कब्जा कर रखा है, जिसके खिलाफ वहां के लोग ही अब सड़कों पर उतर आए हैं। पीओके में हालात इस कदर बिगड़ चुके हैं कि अब यहां सिर्फ पीओके का ही झंडा फहराया जा सकता है। पाकिस्तानी झंडा फहराने पर यहां अघोषित रोक लगी हुई है। ऐसे करने पर आम जन के आक्रोश के कारण संबंधित पक्ष पथराव का शिकार बन जाता है।
POK में फिर विरोध-प्रदर्शन
शनिवार को भी पाकिस्तान के कब्जे वाले जम्मू कश्मीर के मुजफ्फराबाद में नीलम घाटी रोड पर कई प्रदर्शनकारियों ने जाम लगा दिया। उन्होंने पहाड़ी की चोटी पर लगे हाई-टेंशन लाइन टावर को तुरंत हटाने की मांग की, जिसके कारण कभी भी कोई बड़ा हादसा हो सकता है। इस लाइन से इस्लामाबाद को बिजली आपूर्ति की जाती है। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि खराब निर्माण और पाकिस्तान जल एवं विद्युत विकास प्राधिकरण की अनदेखी के कारण यहां कभी भी हादसा हो सकता है। उन्होंनेे कहा कि लगातार उनकी उपेक्षा की जा रही है। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि दो साल से उनकी सुनवाई नहीं हो रही है।
पाक मीडिया में भी उठे सवाल
मसले पर पाकिस्तान के वरिष्ठ पत्रकार हामिद मीर ने भी टिप्पणी की है। उन्होंने कहा कि इस्लामाबाद हाईकोर्ट में फेडरल प्रॉसीक्यूटर जनरल ने अदालत को बताया, कि अहमद फरहाद 2 जून तक पीओके में फिजिकल रिमांड पर हैं। उन्हें इस्लामाबाद कोर्ट में पेश नहीं किया जा सकता, क्योंकि पीओके एक विदेशी क्षेत्र है। मुझे आश्चर्य है कि पाकिस्तान रेंजर्स इस विदेशी क्षेत्र में कैसे घुस आए जबकि विदेशी क्षेत्र के प्रधानमंत्री ने स्पष्ट रूप से कहा कि उन्होंने रेंजर्स को नहीं बुलाया।
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POK भारत का अभिन्न अंग
पाक अटॉर्नी जनरल का बयान ऐसे समय में आया है जब हाल में POK में पाक सेना और पीओके के लोगों में जमकर संघर्ष देखने को मिला था, जिसमें पाक सेना के कुछ जवान भी मारे गए थे। जबकि भारत हमेशा कहता रहा है कि पीओके हमेशा भारत का अभिन्न अंग रहा है और रहेगा।