
1 की मौत, पीएम मोदी ने कमिश्नर से बात की
Kashi Vishwanath Temple : वाराणसी में काशी विश्वनाथ मंदिर के पास मंगलवार सुबह दो मकान ढह गए। एक महिला की मौत हो गई। ड्यूटी पर तैनात एक महिला पुलिसकर्मी समेत नौ लोग मलबे में दब गए। आठ लोगों को सुरक्षित बचा लिया गया।

घर ढहते ही चीख पुकार मच गई। स्थानीय लोगों ने कहा कि हम मौके पर पहुंचे, लेकिन घर इतने जर्जर थे कि किसी ने अंदर जाने की हिम्मत नहीं की। बनी दीवारों के भी ढहने का खतरा मंडरा रहा था। थोड़ी देर बाद पुलिस भी पहुंच गई।
रेस्क्यू ऑपरेशन जारी
फिलहाल रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है। एनडीआरएफ के कर्मी मलबा हटा रहे हैं ताकि यह देखा जा सके कि कहीं और कोई तो नहीं दबा है। पीएम मोदी ने कमिश्नर कौशल राज शर्मा से फोन पर बात की। मैंने वर्तमान स्थिति का जायजा लिया। आयुक्त ने कहा कि मृतक महिलाओं और घायलों को मुआवजा दिया जाएगा। घायलों का अच्छा इलाज चल रहा है।
घटना की सूचना मिलने के बाद एनडीआरएफ को बुलाया। हादसे के बाद मैडगिन और गोदौलिया से काशी विश्वनाथ मंदिर जाने वाला रास्ता बंद कर दिया गया है और गेट नंबर 4 से श्रद्धालुओं का प्रवेश बंद कर दिया गया है। मंदिर के गलियारे से घर केवल 10 मीटर की दूरी पर है।
घर के मालिक मनीष गुप्ता ने बताया कि उनका घर बेहद जर्जर हो चुका है। इसकी मरम्मत होनी थी, लेकिन काशी विश्वनाथ क्षेत्र में किसी भी निर्माण के लिए अनुमति लेनी होगी। उन्होंने कहा कि उन्होंने विश्वनाथ मंदिर प्रशासन और बीएमसी से घर को ध्वस्त करने या मरम्मत का आदेश देने की अनुमति मांगी थी। हालांकि, अनुमति नहीं दी गई थी।
दोनों घर 70-80 साल पुराने थे
दोनों घर 70-80 साल पुराने थे और काशी विश्वनाथ कॉरिडोर के पास खोवा गली में एक-दूसरे के बगल में बनाए गए थे। उनके मालिक राजेश और मनीष गुप्ता चचेरे भाई हैं। दीवारें जीर्ण-शीर्ण हो गई थीं। मनीष गुप्ता का घर 4 मंजिला था, जबकि राजेश गुप्ता का घर 3 मंजिला था।

मनीष गुप्ता का घर मंगलवार तड़के 3 बजे ढह गया। थोड़ी देर बाद पास का एक और मकान भी ढह गया। दीवार के पास पुलिस चौकी बनाई गई है। मलबे में दब जाने से यहां तैनात महिला पुलिसकर्मी भी घायल हो गईं।