Skip to content
Nation Mirror

Nation Mirror

Excellent journalism

Primary Menu
  • देश-विदेश
  • मध्य प्रदेश
  • छत्तीसगढ़
  • उत्तर प्रदेश
  • उत्तराखंड
  • गुजरात
  • राजस्थान
  • जुर्म गाथा
  • खेल
    • IPL 2025
  • फाइनेंस
  • ENTERTAINMENT
  • सनातन
  • Lifestyle
  • Infotainment
Video
  • Home
  • Top Story
  • Deafblind woman gets government job: बिना देखे,सुने,बोले हासिल की सरकारी नौकरी
  • Infotainment
  • Top Story
  • मध्य प्रदेश

Deafblind woman gets government job: बिना देखे,सुने,बोले हासिल की सरकारी नौकरी

Aditya Mishra July 4, 2025
Spread the love

अद्भुत संघर्ष की कहानी

deafblind woman government job india: इंदौर की गुरदीप कौर वासु, जो न देख सकती हैं, न सुन सकती हैं और न ही बोल सकती हैं, ने ऐसा कारनामा कर दिखाया है जो लाखों लोगों के लिए प्रेरणा बन गया है। बहु-दिव्यांग होते हुए भी उन्होंने प्रधानमंत्री दिव्यांगजन योजना के अंतर्गत वाणिज्यिक कर विभाग (जीएसटी) में चतुर्थ श्रेणी की सरकारी नौकरी हासिल की है। उनका सफर संघर्षों से भरा रहा, लेकिन उन्होंने कभी हार नहीं मानी।

मुंबई से इंदौर तक का सफर

गुरदीप की शिक्षा की शुरुआत मुंबई के ‘हेलेन केयर’ संस्थान से हुई थी। पिछले आठ वर्षों से वे इंदौर में विशेष शिक्षकों ज्ञानेंद्र और मोनिका पुरोहित की देखरेख में पढ़ाई और प्रशिक्षण ले रही थीं। इन शिक्षकों ने उन्हें विशेष भाषा और जीवन कौशल सिखाए, जिससे वे आत्मनिर्भर बन सकीं।

टैक्टाइल साइन लैंग्वेज बनी संवाद का माध्यम

गुरदीप संवाद के लिए ‘टैक्टाइल साइन लैंग्वेज’ का उपयोग करती हैं, जिसमें वे सामने वाले के हाथों और उंगलियों को छूकर अपनी बात समझती और समझाती हैं। यह भाषा विशेष रूप से उन लोगों के लिए होती है जो दृष्टिहीन, मूक और बधिर होते हैं, और यह एक अनूठा माध्यम है जिससे गुरदीप ने अपनी दुनिया बनाई।

बचपन से संघर्ष, अब सफलता की उड़ान

गुरदीप का जन्म समय से पूर्व हुआ था और शुरुआती दिनों में ही यह साफ हो गया था कि वे देख, सुन और बोल नहीं सकतीं। उनके माता-पिता प्रीतपाल सिंह वासु और मनजीत कौर ने हर कदम पर उनका साथ दिया। तमाम मुश्किलों के बावजूद उन्होंने अपनी बेटी को सामान्य जीवन देने की कोशिश की और आज उनकी मेहनत रंग लाई है।

पहले दिन की चमकती मुस्कान: deafblind woman government job india

सरकारी सेवा में गुरदीप का पहला दिन बेहद खास था। आत्मविश्वास से भरा चेहरा, पूरे समाज को एक मजबूत संदेश दे रहा था कि दिव्यांगता कोई रुकावट नहीं है। गुरदीप की सफलता एक उदाहरण है कि अगर मन में विश्वास हो तो कोई भी मंज़िल असंभव नहीं।

Watch Now :- भोपाल से एक दिल दहला देने वाली वारदात सामने आई है..

Read More :- Pitra Dosh Nivaran in Sawan 2025: सावन में करें ये उपाय, पितृ दोष से मिलेगा छुटकारा!

Continue Reading

Previous: पाराशर ऋषि धाम के झरने से गिरने से युवक की मौत, पहले भी हो चुके है कई हादसे
Next: अमरनाथ यात्राः पहले दिन 12,348 श्रद्धालुओं ने शिवलिंग के दर्शन किए,

Related Stories

NCERT New Book Mughal History
  • Top Story
  • देश-विदेश

NCERT New Book Mughal History: NCERT की नई किताब में बताया असली इतिहास! मुगलों की बरबरता को किया शामिल…

Hema Gupta July 16, 2025
Madan lal On Kohli Test retirement
  • Top Story
  • खेल की दुनिया

Madan lal On Kohli Test retirement: 1983 विश्व कप विजेता टीम के इस पूर्व क्रिकेटर ने विराट से की टेस्ट संयास तोड़ने की अपील!

Hema Gupta July 16, 2025
rahul gandhi demand jammu kashmir statehood
  • Top Story
  • देश-विदेश

राहुल बोले- जम्मू-कश्मीर को राज्य का दर्जा मिले: PM मोदी को लेटर लिखा

Shital Sharma July 16, 2025
Copyright © All rights reserved. | MoreNews by AF themes.