Andhra Pradesh fire cracker factory fire : आंध्र प्रदेश के डॉ. बीआर अंबेडकर कोनसीमा जिले के रायवरम क्षेत्र में स्थित एक लाइसेंसी पटाखा फैक्ट्री में भीषण आग लगने से 6 लोगों की मौत हो गई और 2 अन्य घायल हो गए। मृतकों के शव पूरी तरह से जल चुके हैं, जिससे उनकी पहचान करना भी मुश्किल हो रहा है। घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनका इलाज चल रहा है ।
हादसे की प्रमुख बातें
आग पटाखा निर्माण यूनिट के भीतर लगी, जिसमें भारी मात्रा में विस्फोटक सामग्री थी।
हादसा संभवतः सामग्री की गलत हैंडलिंग या शॉर्ट सर्किट के कारण हुआ।
पुलिस ने बताया कि फैक्ट्री लाइसेंसशुदा है और जांच जारी है।
मृतक मजदूरों की पहचान चल रही हैं शव पूरी तरह झुलस चुके हैं।
घायल मरीजों का अस्पताल में इलाज जारी है, राहत एवं पुनर्वास के लिए उपाय किए जा रहे हैं ।
सरकारी कार्रवाई
राज्य पुलिस प्रमुख राहुल मीना ने कहा कि घटना की जांच की जा रही है, और फॉरेंसिक लैब से जांच रिपोर्ट आने के बाद ही आग लगने के सही कारणों का खुलासा हो सकेगा। एहतियात के तौर पर आसपास के इलाकों में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है जिससे ऐसे हादसों से बचा जा सके।प्रशासन ने मृतकों के परिवारों के लिए मुआवजे की घोषणा भी की है।
CM चंद्रबाबू नायडू ने अधिकारियों को घटनास्थल पर जाने के निर्देश दिए हैं। नायडू ने X पर लिखा- इस दुर्घटना में कई लोगों की जान जाने की खबर से गहरा दुख हुआ है। अधिकारियों से दुर्घटना के कारणों, वर्तमान स्थिति, राहत कार्यों और चिकित्सा सहायता के बारे में बात की है।
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Andhra Pradesh fire cracker factory fire : पटाखा उद्योग में सुरक्षा की आवश्यकता
आंध्र प्रदेश में पटाखा उद्योग एक महत्वपूर्ण आर्थिक गतिविधि है, लेकिन सुरक्षा नियमों के कड़ाई से पालन की कमी कई बार बड़े हादसों का कारण बनती है। ज्यादातर मजदूर इन फैक्ट्रीज में कठिन और जोखिम भरे माहौल में काम करते हैं।
पिछली घटनाओं ने भी सावधानी बरतने का संकेत दिया था, लेकिन कड़े नियंत्रण के अभाव में यह हादसे बार-बार घटित हो रहे हैं। इस त्रासदी ने पटाखा उद्योग में सुरक्षा मानकों को पुनर्जीवित करने और बेहतर निरीक्षण व्यवस्था की अनिवार्यता को दोबारा उजागर किया है ।
आंध्र प्रदेश के कोनसीमा जिले में हुई पटाखा फैक्ट्री की दुर्घटना में 6 मजदूरों की मौत ने राज्य को शोक में डूबो दिया है। मृतकों की पहचान अभी भी चल रही है और चोटिलों का उपचार जारी है। यह घटना पटाखा उद्योग में सुरक्षा प्रोटोकॉल के कड़ाई से पालन की जरूरत पर जोर देती है जिससे भविष्य में ऐसी दुखद घटनाओं से बचा जा सके। सरकार और प्रशासन मदद पहुंचाने के साथ हादसे की जांच में जुटे हैं और प्रभावित परिवारों के लिए राहत कार्य कर रहे हैं।
