
Werewolf syndrome strange disease

Werewolf syndrome strange disease: वेयरवोल्फ सिंड्रोम नामक दुर्लभ बीमारी से पीड़ित रतलाम के ललित पाटीदार का नाम गिनिज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में शामिल. उन्हे ये अवार्ड इटली में दिया गया.
ललित पाटीदार का नाम गिनीज बुक में दर्ज
रतलाम के ललित पाटीदार ने अपना नाम गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में शुमार करवा दिया. इटली के मिलान शहर में आयोजित अवॉर्ड फंक्शन में ललित को यह अवार्ड मिला है. मेडिकल एक्सपर्ट की जानकारी के अनुसार, पूरी दुनिया में केवल 50 ही लोगों को यह दुर्लभ बीमारी है. ललित को गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में इसलिए शामिल किया गया कि उनके चेहरे पर 201.72/से.मी. स्क्वॉयर बाल है, जो अब वर्ल्ड रिकॉर्ड है.
ललित के चेहरे और शरीर पर घने बाल

रतलाम के नांदलेटा गांव निवासी 19 वर्षीय ललित पाटीदार को जन्म के साथ ही चेहरे सहित शरीर पर घने बाल उगने की अजीब बीमारी है. इसका नाम वेयरवोल्फ सिंड्रोम है. जिसके चलते ललित को बचपन से ही बहुत कुछ सहना पड़ा. बचपन में स्कूल के बच्चे उन्हें बंदर और भालू कहकर चिढ़ाते थे. वहीं, कई ग्रामीण ललित को हनुमानजी का अवतार बताते थे.
ललित की कहानी
रतलाम के नांदलेटा गांव के ललित की कहानी किसी फिल्म की तरह है. जहां वह जन्म से ही एक दुर्लभ बीमारी के साथ पैदा हुए. जन्म के समय पर ही ललित के चेहरे और शरीर पर घने बाल उगे हुए थे, जिन्हें डॉक्टरों ने शेविंग करके हटा दिया था, लेकिन धीरे-धीरे उसके शरीर पर घने बाल उगने लगे. ललित जब 7 साल के थे, तब उसके माता-पिता ने डॉक्टरों को दिखाया. डॉक्टरों ने कहा कि उसे हाइपरट्रिकोसिस है और दुनिया में केवल 50 लोग ही इस बीमारी से पीड़ित हैं. वर्तमान में इस बीमारी का कोई इलाज संभव नहीं है.
Werewolf syndrome strange disease:- स्कूल में बच्चे चिढ़ाते थे, डर कर पत्थर मारते थे
ललित गांव में ही माता-पिता के साथ रहकर सामान्य जीवन बिता रहे थे. हालांकि स्कूल में कुछ बच्चे उसे चिढ़ाते थे और पत्थर भी मारते थे. मीडिया में चली कुछ खबरों की वजह से ललित आसपास के क्षेत्र में पॉपुलर हो गए. इसके बाद उन्होंने अपना खुद का यूट्यूब चैनल भी बना लिया और वह एक सफल यूट्यूबर बनना चाहते हैं. ललित को कई अंतरराष्ट्रीय कार्यक्रमों में भी बुलाए जाने लगा. इसके बाद अब उनके नाम चेहरे पर सबसे अधिक घने बाल होने का रिकॉर्ड भी दर्ज हो गया है. जिस बीमारी की वजह से उनका मजाक उड़ता था आज उसी ने अवार्ड दिलाया है.