
हमास के लिए आखिरी मौका!
इजरायल और हमास के बीच युद्ध 15 महीने से ज्यादा समय से चल रहा है, हालांकि इस युद्ध का अभी कोई अंत नहीं है। इजरायली सेना गाजा में अलग-अलग जगहों पर लगातार बमबारी कर रही है। हमास के दो मुख्य कमांडरों की हत्या के बाद भी, आतंकवादियों ने अभी तक इजरायली सेना के सामने आत्मसमर्पण नहीं किया है। ऐसे में इजरायल अब गाजा में कुछ बड़ा करने की तैयारी में है। प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने अब मोसाद प्रमुख को युद्ध के मैदान में खड़ा कर दिया है। इजरायली सेना तबाही से बचने के लिए गाजा को एक आखिरी मौका देना चाहती है।
नेतन्याहू ने मोसाद प्रमुख को युद्ध के मैदान में उतारा
इस मुद्दे पर अब इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने सीजफायर पर गाजा में हो रही वार्ता में प्रगति के संकेत दिए हैं। उन्होंने अपनी खुफिया एजेंसी ‘मोसाद’ के निदेशक को अगले दौर की वार्ता के लिए बातचीत के मंच पर भेजने को भी मंजूरी दे दी है। ताकि अब इजरायल-हमास युद्ध में शांति लाई जा सके। इजरायल-हमास युद्ध रोकने की दिशा में नेतन्याहू का यह अब तक का सबसे बड़ा कदम माना जा रहा है। प्रधानमंत्री कार्यालय ने शनिवार को इस फैसले की जानकारी दी।
यह बातचीत कहां होगी?
यह अभी तक स्पष्ट नहीं है कि मोसाद के निदेशक डेविड बरनियाह कतर की राजधानी दोहा की यात्रा कब करेंगे, जहां इजरायल और आतंकवादी समूह हमास के बीच बातचीत चल रही है। उनकी उपस्थिति का मतलब होगा कि अब उच्च-स्तरीय इजरायली अधिकारी वार्ता में शामिल होंगे, जिनमें से किसी पर भी हस्ताक्षर किए जाने हैं। युद्ध के अंतिम 15 महीनों में, केवल एक बार थोड़े समय के लिए संघर्ष विराम पर सहमति बनी थी और वह भी लड़ाई के शुरुआती हफ्तों में। इसके बाद अमेरिका, मिस्र और कतर की मध्यस्थता में कई दौर की वार्ता हुई, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ।