
संभल का नेजा मेला विवाद, प्रशासन ने अनुमति से किया इनकार
Sambhal Neja Mela Controversy: संभल के नेजा मेला में इस बार प्रशासन ने सुरक्षा कारणों से अनुमति नहीं दी। पारंपरिक स्थल को सीमेंट से ढक दिया गया, और भारी फोर्स तैनात की गई। जानें पूरा मामला।
संभल: संभल जिले में हर साल होली के बाद दूसरे मंगलवार को आयोजित होने वाला नेजा मेला इस बार विवादों में घिर गया है। प्रशासन ने इस बार नेजा मेला आयोजित करने की अनुमति नहीं दी और जिस जगह पर ढाल-पताका लगाने की परंपरा रही है, उसे सीमेंट से कवर कर दिया गया। इस कदम से मेला आयोजकों में आक्रोश फैल गया, जबकि पुलिस और सुरक्षा बलों ने इलाके में कड़ी निगरानी और सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत किया है।
संभल शहर के चमन सराय मोहल्ले में सदर कोतवाली के ठीक सामने वह स्थान था, जहां परंपरागत रूप से नेजा मेला आयोजित होता था। इस बार, सुरक्षा की दृष्टि से इस स्थान को सीमेंट से ढका गया और भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई। ASP, CO समेत अन्य अधिकारी मौके पर मौजूद रहे और फ्लैग मार्च भी किया गया।
परंपरा गलत थी, इसलिए अनुमति नहीं दी: एएसपी
एएसपी ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि नेजा मेला की परंपरा गलत थी, और यह सही नहीं था कि इस तरह की परंपरा को बढ़ावा दिया जाए। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि इस बार अनुमति न देने का कारण यही था। प्रशासन का मानना है कि यह परंपरा समाज में शांति और सौहार्द के लिए ठीक नहीं है।
दूसरी तरफ, मेला समर्थक इसे लेकर विरोध जता रहे हैं और उनका कहना है कि यह मेला सदियों पुरानी परंपरा का हिस्सा है। वे यह भी तर्क दे रहे हैं कि सैयद सालार मसूद गाजी की याद में यह मेला मनाना और ढाल-पताका लगाना कोई गलत बात नहीं है।
सोशल मीडिया पर कड़ी निगरानी
संभल पुलिस ने यह भी स्पष्ट किया कि सोशल मीडिया पर किसी भी तरह की अफवाह फैलाने पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। सुरक्षा बढ़ाने के लिए ड्रोन से निगरानी रखी जा रही है और अफवाह फैलाने वाले तत्वों पर सख्त कार्रवाई करने की चेतावनी दी गई है।
Sambhal Neja Mela Controversy: मेला नहीं होगा, परंपरा पर उठे सवाल
संभल में नेजा मेला इस बार प्रशासन की अनुमति से वंचित है, और सीमेंट से ढका गया पारंपरिक स्थल इस बात का प्रतीक है कि प्रशासन इस परंपरा को आगे बढ़ाने के लिए तैयार नहीं है। अब सवाल यह उठता है कि क्या परंपराओं को समय के साथ बदलने की आवश्यकता है, या फिर हमें अपनी सांस्कृतिक धरोहर को फिर से जीवित रखने का प्रयास करना चाहिए।
संभल का नेजा मेला हर साल आयोजित होने वाली एक ऐतिहासिक परंपरा रही है, लेकिन इस बार प्रशासन द्वारा इसे रोकने और सीमेंट से ढकने के कदम ने इसे विवादों के बीच डाल दिया है। एएसपी और अन्य अधिकारियों का कहना है कि यह परंपरा गलत है, जबकि समर्थक इसे सदियों पुरानी संस्कृति का हिस्सा मानते हैं। अब देखना यह है कि भविष्य में इस विवाद का समाधान कैसे होता है।
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