Sakli village voting boycott : बारां जिले की अंता विधानसभा सीट पर 2025 पर वोटिंग जारी है इस उपचुनाव में कुल 2,28,264 मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करने वाले थे।लेकिन साकली गांव के मतदान केंद्र संख्या 219 पर ग्रामीणों ने पूर्ण बहिष्कार कर दिया। गांव के 736 पंजीकृत मतदाताओं में से एक भी व्यक्ति वोट डालने नहीं पहुंचा। हालांकि मतदान केंद्रों पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे।
मतदान बहिष्कार का मामला
अंता विधानसभा क्षेत्र के साकली गांव में मतदान केंद्र संख्या 219 पर ग्रामीणों ने मतदान का बहिष्कार किया। इस बहिष्कार का कारण गांव में अव्यवस्था और बुनियादी सुविधाओं की कमी बताई जा रही है। ग्रामीणों ने कलेक्टर को बुलाने और अपने समस्याओं का समाधान करने की मांग की।
Sakli village voting boycott : प्रशासन का रुख और समझाइश
जैसे ही बहिष्कार की सूचना प्रशासन को मिली, संबंधित अधिकारी गांव पहुंचकर लोगों से बात की और मतदान में भाग लेने की समझाइश दी। अधिकारी गांव के लोगों की समस्याओं को सुनकर उसको शीघ्र समाधान करने का आश्वासन भी दिया।
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ग्रामीणों की मांगे
ग्रामीणों ने कहा,कि श्मशान घाट तक सड़क निर्माण,खेतों तक जाने वाले रास्तों से अतिक्रमण हटाना, तालाब का सौंदर्यकरण एवं गहराई बढ़ाना तथा खेल मैदान की व्यवस्था हैं। उन्होंने स्पष्ट कहा कि मांगें पूरी होने तक मतदान नहीं करेंगे। उपचुनाव में भाजपा प्रत्याशी मोरपाल सुमन,कांग्रेस प्रत्याशी प्रमोद जैन भाया और निर्दलीय उम्मीदवार नरेश मीणा विभिन्न इलाकों में मतदान व्यवस्थाओं का जायजा ले रहे हैं।
Sakli village voting boycott : मतदान की स्थिति
साकली गांव के बहिष्कार के बावजूद अन्य मतदान केंद्रों पर मतदान शांतिपूर्ण रूप से जारी था। सुबह से 28.74 प्रतिशत तक मतदान हुआ प्रमुख उम्मीदवारों में भाजपा के मोरपाल सुमन और कांग्रेस के प्रमोद जैन भाया मुख्य मुकाबले में थे।
साकली गांव के मतदान बहिष्कार ने उपचुनाव में प्रशासन के सामने गांवों की विकास संबंधी चुनौतियों को रखा है। वहीं अन्य जगहों पर मतदान शांतिपूर्ण और सक्रिय रहा, जो लोकतंत्र की मजबूती को दर्शाता है। प्रशासन को अब गांव के मुद्दों को सुलझाने और जन विश्वास बहाल करने पर ध्यान देना होगा।
