NEET Paper Leak: केंद्र और राज्यों में सरकारी और निजी मेडिकल कॉलेज में MBBS, BDS में एडमिशन के लिए होने वाली NEET परीक्षा सवालों के घेरे में है. 7 हाई कोर्ट और सुप्रीम कोर्ट तक में छात्रों ने याचिका दाखिल की हैं. इस परीक्षा में घोटाले से लेकर पेपर लीक तक के आरोप हैं.
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स्कोर-कार्ड हुए रद्द, होगा री-टेस्ट
NEET Paper Leak: सबसे पहले जान लीजिए गुरुवार, 13 जून को क्या हुआ, आज सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई में केंद्र ने सुप्रीम कोर्ट में जवाब दिया है कि जिन 1563 उम्मीदवारों को ग्रेस मार्क्स दिए गए थे, उनके स्कोर-कार्ड रद्द कर दिए हैं.
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इन छात्रों को दो ऑप्शन दिए हैं, या तो वो अपने ग्रेस मार्क्स छोड़कर अपनी रैंक देखें, या फिर री-टेस्ट दें और जो नतीजा आएगा, उसे एक्सेप्ट कर लें। इनके लिए 23 जून को री-टेस्ट होगा, और नतीजे 30 जून को आएंगे।
NEET Paper Leak: NTA से दो हफ्ते में मांगा जवाब
जस्टिस विक्रम नाथ और संदीप मेहता की अवकाश पीठ ने ग्रेस मार्क्स के मुद्दे पर याचिका का निपटारा कर दिया। पेपर लीक समेंत सभी आरोपों पर कोर्ट ने NTA से दो हफ्ते में जवाब मांगा है।
NEET Paper Leak: पूरा मामला
एनटीए ने 5 मई को 4,750 केंद्रों पर परीक्षा कराई थी और इसमें लगभग 24 लाख स्टुडेंट ने हिस्सा लिया था। इसका रिजल्ट 14 जून को आना था, लेकिन मूल्यांकन पहले पूरा हो जाने के कारण 4 जून को रिजल्ट आ गया।
ये रिजल्ट पेपर लीक और 1,500 से ज्यादा मेडिकल उम्मीदवारों को ग्रेस अंक देने के कारण विवादों में आ गया। एनटीए के इतिहास में पहली बार सड़सठ छात्रों ने 720 में से 720 नं हासिल किए, इनमें हरियाणा के फरीदाबाद के एक सेंटर से 6 छात्र शामिल थे। आरोप है कि ग्रेस मार्क्स की वजह से 67 छात्रों को टॉप रैंक मिली।
NEET Paper Leak: इसके बाद 10 जून को दिल्ली में बड़ी संख्या में छात्रों ने कथित अनियमितताओं की जांच की मांग को लेकर प्रदर्शन किया। अब सबसे बड़ा सवाल यह है कि देश की इतनी इम्पोर्टेंट एक्जाम को लेकर हाई कोर्ट से सुप्रीम कोर्ट तक छात्रों को परेशान होना पड़ रहा है, आखिर सरकारें एक परीक्षा भी सही से नहीं करा सकतीं।