
साधुओं, संतों ने हिंदू विरोधी नेता का किया विरोध
प्रयागराज के संगम नगरी में महाकुंभ मेले में बनाए गए शिविर में समाजवादी पार्टी के संस्थापक मुलायम सिंह यादव की प्रतिमा लगाने को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद समेत अन्य संतों ने प्रतिमा का विरोध करते हुए कहा है, ‘हिंदुओं की पवित्र आस्था के इस पर्व में एक हिंदू विरोधी नेता की मूर्ति हिंदुओं का अपमान कर रही है।
अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत रवींद्र पुरी ने कहा, ‘मुलायम सिंह यादव की विचारधारा हिंदू विरोधी और सनातन विरोधी है. मुलायम सिंह यादव की मूर्ति लगाने का मकसद हमें उस घटना की याद दिलाना है, जिसमें उनके लोगों ने हिंदुओं की हत्या की थी।
मुलायम सिंह से कोई दिक्कत नहीं
उन्होंने कहा, ‘मुलायम सिंह के साथ हमारा कोई मुद्दा नहीं है। वह हमारे मुख्यमंत्री रहे हैं। लेकिन वे इस प्रतिमा को स्थापित करके क्या संदेश देना चाहते हैं। हर कोई जानता है कि उन्होंने राम मंदिर आंदोलन में क्या किया था। वह हमेशा हिंदू विरोधी, सनातन विरोधी और मुस्लिम समर्थक रहे हैं। आज से 26 फरवरी तक चलने वाले इस महाकुंभ में आज सुबह से ही घोड़ापुर में भक्तों की भीड़ उमड़ रही है। अब तक 60 लाख लोग पवित्र स्नान कर चुके हैं। हालांकि इस महाकुंभ मेले में समाजवादी पार्टी के संस्थापक मुलायम सिंह यादव की प्रतिमा को एक शिविर में रखे जाने के बाद विवाद खड़ा हो गया है।
श्रद्धेय मुलायम सिंह यादव स्मृति सेवा संस्थान महाकुंभ 2025 में समस्त श्रद्धालुओं का हार्दिक स्वागत
— Rahul kumar Vishwakarma (@Rahulku18382624) January 12, 2025
प्रयागराज कुंभ मेला क्षेत्र में लगे श्रद्धेय मुलायम सिंह यादव स्मृति सेवा संस्थान के शिविर में नेता प्रतिपक्ष
श्री माता प्रसाद पांडेय जी ने नेताजी की प्रतिमा का अनावरण किए ! pic.twitter.com/uN4WPH6VMv
दो से तीन फीट ऊंची प्रतिमा स्थापित
उत्तर प्रदेश विधानसभा में विपक्ष के नेता माता प्रसाद पांडेय ने कल कहा था कि मुलायम सिंह यादव स्मृति सेवा संस्थान ने शनिवार को कुंभ परिसर में पूर्व मुख्यमंत्री की लगभग दो से तीन फुट ऊंची प्रतिमा का अनावरण किया। इस खेमे का उद्देश्य यादव की विचारधारा को बढ़ावा देना है। शिविर में आराम और भोजन करने के लिए तीर्थयात्रियों का स्वागत है। मुलायम सिंह यादव की छोटी सी प्रतिमा प्रतीकात्मक रूप से स्थापित की गई है। महाकुंभ के बाद पार्टी कार्यालय में प्रतिमा स्थापित की जाएगी।