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24 में से 12 डिप्टी कलेक्टर भी बेटियां,उज्जैन के भाई-बहन का एकसाथ चयन
MP PSC: एमपी पीएससी राज्य सेवा परीक्षा-2021 की फाइनल चयन सूची में एक बार फिर प्रदेश की बेटियों ने कमला कर दिया है.जहां टॉप 10 में 7 लड़कियों का चयन हुआ है.यही नहीं 24 में से 12 डिप्टी कलेक्टर भी बेटियां ही है.
MP PSC: ओबीसी आरक्षण मामला कोर्ट में लंबित होने के कारण इस बार भी 87% अभ्यर्थियों का ही परिणाम आया है। फाइनल नतीजों में टॉप-10 में से 7 लड़कियां है। अंकिता पाटकर 1575 में से 942 अंक हासिल कर पहले स्थान पर रहीं। उज्जैन की राजनंदनी ठाकुर और उनके भाई अर्जुन सिंह ठाकुर का एक साथ डिप्टी कलेक्टर के लिए चयन हुआ है।
MP PSC: इस नतीजे के साथ प्रदेश को 24 डिप्टी कलेक्टर, 13 डीएसपी, जिला पंजीयक सहायक संचालक, वाणिज्य कर अधिकारी, श्रम अधिकारी, मुख्य नगर पालिका अधिकारी, अतिरिक्त सहायक विकास आयुक्त, नायब तहसीलदार, सहायक श्रम अधिकारी, वाणिज्यिक कर निरीक्षक सहित पदों पर 243 नए अफसर मिल गए है।
MP PSC: ये बने MP-टॉपर
अंकिता पाटकर 942
अमित कुमार सोरी 921.25
पूजा चौहान 920
मनीषा जैन 917.50
प्रियंक मिश्रा 916.25
प्रियल यादव 910.25
आशिमा पटेल 906.50
रितु चौरसिया 905.50
सृजन श्रीवास्तव 903.25
ज्योति राजोरे 902.75
MP PSC: टॉपर की कहानी उन्हीं की जुबानी
राजनंदनी
MP PSC: डिप्टी कलेक्टर बनी उज्जैन की राजनंदनी ने बताया कि नौकरी में रहते हुए समय निकाला, क्योंकि अगर कुछ बनना है तो समय न होते भी निकालना पड़ेगा। पढ़ाई में खुद को झोंकना होगा, तभी लक्ष्य हासिल हो पाएगा। बता दें, राजनंदनी बास्केट बॉल की स्टेट प्लेयर रही हैं।
अर्जुन सिंह ठाकुर
MP PSC: अर्जुन सिंह ठाकुर ने बताया कि रोजाना आठ से दस घंटे की पढ़ाई की। सोशल मीडिया में सिर्फ खबरें और कंटेंट देखने के लिए मोबाइल का उपयोग किया। 2018 से लगातार अपन बेस्ट देने के लिए मेहनत की और आज उसक परिणाम मिल गया। उज्जैन के भाई-बहन का एक साथ डिप्टी कलेक्टर के पद पर चयन हुआ है। भाई की 21वीं और बहन की 14वी रैंक आई है। हालांकि, बहन पहले से नायब तहसीलदार हैं। भाई अर्जुन सिंह ठाकुर और बहन राजनंदनी सिंह ठाकुर है। उनके पिता प्रो. डॉ. वायएस ठाकुर इंजीनियरिंग कॉलेज में पदस्थ हैं।
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राजेश पाटीदार
मंदसौर के राजेश पाटीदार ने बताया कि उन्होंने इंदौर में रहकर पढ़ाई की। 2018 से तैयारी कर रहे थे। उन्होंने पांच बार एमपीपीएससी की परीक्षा दी, इसमें चार बार सफल हुए, लेकिन इंटरव्यू में पास नहीं हो पाए।
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अंकित
अंकित ने बताया कि उन्होंने 2022 और 2023 में भी मेंस एग्जाम क्लियर किया है। इसका रिजल्ट आना बाकी है। उन्हें उम्मीद है कि उसमें उन्हें और बड़ी सफलता मिल सकती है।
राजेश
मंदसौर जिले के रहने वाले राजेश पाटीदार का चयन नायब तहसीलदार के लिए हुआ है। इस लिस्ट में उनका नाम 10वें नंबर पर है। राजेश के पिता गोपाल किसान हैं। पूरे परिवार में राजेश ही ऐसे व्यक्ति हैं, जिनका चयन सरकारी नौकरी के लिए हुआ है। पूरा परिवार खेती करता है ।
प्रियंका मिश्रा
प्रियंक पांच भाई-बहन हैं। उनकी मां चंद्रकला मिश्रा का देहांत करीब 15 वर्ष पहले ब्लड कैंसर से हो गया था। करीब दो वर्ष पहले उनके पिता मोहन मिश्रा को भी इसी बीमारी ने परिवार से दूर कर दिया। इन विपरीत परिस्थितियों में प्रियंक ने जी तोड़ मेहनत की और सफलता हासिल की है। प्रियंक की बड़ी बहन वंदना मिश्रा मध्यप्रदेश पुलिस में निरीक्षक हैं। दूसरी बहन रोशनी मिश्रा प्रथम श्रेणी की शिक्षक हैं। वहीं, बड़े भाई मयंक मिश्रा पटवारी के पद पर कार्यरत हैं। अशोकनगर जिले के प्रियंक मिश्रा ने पीएससी में 5वीं रैंक हासिल की है। वे बहादुरपुर कस्बे के एक मध्यमवर्गीय परिवार के से ताल्लुक रखते हैं। उनका चयन डिप्टी कलेक्टर के लिए हुआ है।