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DSP-इंस्पेक्टर समेत 10 नए आरोपी, अब तक 23 पर FIR
MP Nursing Scam: MP नर्सिंग कॉलेज घोटाले की जांच के लिए रिश्वत लेने के मामले में बड़ा अपडेट सामने आया है.जाहं सीबीआई ने 10 और नए आरोपी घोषित किए हैं। इनमें सीबीआई के ही डीएसपी और एक इंस्पेक्टर शामिल हैं। अब मामले में 4 सीबीआई अफसरों को मिलाकर आरोपियों की संख्या कुल 23 हो गई है। वहीं, सीबीआई इंस्पेक्टर राहुल राज को बर्खास्त कर दिया गया।
MP Nursing Scam: 31 ठिकानों पर मारा छापा
MP Nursing Scam: सीबीआई अधिकारियों की रिश्वतखोरी की शिकायत के बाद सीबीआई की 7 कोर टीम और 3 से 4 सहायक टीमों ने भोपाल, इंदौर, रतलाम समेत राजस्थान के जयपुर में 31 ठिकानों पर छापेमारी की थी। कुल 2 करोड़ 33 लगद नकद, चार सोने के बिस्किट और 36 डिजिटल डिवाइस जब्त की गईं।
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MP Nursing Scam: 600 कॉलेज की जांच,308 की दी रिपोर्ट
MP Nursing Scam: मध्यप्रदेश हाईकोर्ट के आदेश पर गठित जांच टीम ने 600 में से 308 नर्सिंग कॉलेजों की जांच रिपोर्ट दी थी। इस टीम ने रीवा के सरकारी कॉलेज को अनफिट करार दिया था। वहीं, कई ऐसे कॉलेज हैं, जो फिट नहीं थे और उन्हें फिट बता दिया था।अब दिल्ली के सीबीआई अधिकारी, भोपाल के अफसरों को पूरे मामले से अलग रखकर हर जानकारी जुटा रहे हैं।
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MP Nursing Scam: इस्पेक्टर राहुल चलाता था वसूली गिरोह
सीबाईआई इंस्पेक्टर राहुल राज टीम के पास 60 कॉलेजों की जांच थी। उसने अलग–अलग जिलों में बिचौलियों की टीम तैयार कर रखी थी। वह इनसे लगातार संपर्क में रहता था. वसूली से मिली राशि राहुल राज राजस्थान के झालावाड़ निवासी धर्मपाल तक पहुंचाता था। इसके लिए भी इसी गिरोह के नेटवर्क का इस्तेमाल किया गया। सीबीआई की छापेमारी के दौरान सबसे पहले इंस्पेक्टर राहुल राज को 10 लाख रुपए लेते हुए गिरफ्तार किया गया था। रिश्वत देने वाले 4 अन्य लोगों को भी हिरासत में लिया गया था। इनमें नर्सिंग कॉलेज के मालिक अनिल भास्करन की पत्नी सुमा भी शामिल थीं। CBI की टीम ने भोपाल में इंस्पेक्टर राहुल राज के घर पर छापा मारा। तलाशी में 7 लाख 88 हजार रुपए नकद और 100-100 ग्राम के सोने के बिस्किट मिले।
MP Nursing Scam: लेन-देन में करते थे कोडवर्ड का यूज
आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद इस मामले में कई खुलासे हुए हैं। आरोपी रिश्वत के लेन-देन में छाछ गिलास, अचार की बरनी जैसे विशेष कोडवर्ड का इस्तेमाल कर रहे थे। पैसा उठाने वाले को कैरियर, लाखों रुपए को अचार की बरनी और रुपयों की गिनती को किलो आम कहते थे।