टी-सीरीज के फाउंडर गुलशन कुमार की बायोपिक लंबे समय से चर्चा में है, और इस फिल्म में आमिर खान को लीड रोल के लिए कास्ट किया गया है। हालांकि, फिल्म पर काम उम्मीद के मुताबिक तेजी से नहीं हो पा रहा है। अब, गुलशन कुमार के बेटे और टी-सीरीज के प्रमुख भूषण कुमार ने फिल्म की देरी के बारे में जानकारी दी है।
गुलशन कुमार का सम्मान और उनकी बायोपिक
गुलशन कुमार को म्यूजिक इंडस्ट्री में एक सम्मानजनक स्थान प्राप्त है। उन्होंने टी-सीरीज की स्थापना की, जो आज दुनिया के सबसे बड़े और सबसे ज्यादा सब्सक्राइब किए गए म्यूजिक चैनलों में से एक है। गुलशन कुमार की बायोपिक की घोषणा 2019 में हुई थी, लेकिन पांच साल बीतने के बावजूद फिल्म पर काम में उतनी तेजी नहीं आई जितनी उम्मीद थी।
भूषण कुमार ने बताया देरी की वजह
सिन कनेक्ट से बात करते हुए, भूषण कुमार ने बताया कि फिल्म की लेखन प्रक्रिया अभी भी चल रही है। उन्होंने कहा, “स्क्रिप्ट का एक रफ वर्शन तैयार है, लेकिन आधिकारिक तौर पर फिल्म की घोषणा नहीं की गई क्योंकि लेखन का काम पूरा नहीं हुआ है।” भूषण ने यह भी बताया कि वे इस फिल्म के लिए एक नई और अलग तरह की स्क्रिप्ट तैयार करना चाहते थे, लेकिन उनकी मां, जो गुलशन कुमार की पत्नी हैं, फिल्म में हर पहलू को शामिल करना चाहती हैं, जिससे राइटिंग में अधिक समय लग रहा है।
आमिर खान की हां और परिवार की उम्मीदें
भूषण कुमार ने यह भी साझा किया कि उन्हें खुशी है कि आमिर खान ने इस फिल्म को करने के लिए सहमति दी। आमिर खान ने खुद कहा है कि इस फिल्म की स्क्रिप्ट उनके द्वारा पढ़ी गई बेहतरीन स्क्रिप्ट्स में से एक है। भूषण ने यह भी बताया कि उनकी मां, जो फिल्म के प्रति काफी उत्साहित हैं, फिल्म की स्क्रिप्ट को गुलशन कुमार के जीवन के हर महत्वपूर्ण पहलू को शामिल करने के लिए कह रही हैं।
गुलशन कुमार की असामयिक मौत
गुलशन कुमार के योगदान से म्यूजिक इंडस्ट्री में गहरा असर पड़ा। उनके द्वारा गाए गए भक्ति गीत आज भी लोगों की पसंद हैं, और उनका हनुमान चालीसा सबसे ज्यादा देखे जाने वाले वीडियो में शामिल है। 90 के दशक में गुलशन कुमार म्यूजिक इंडस्ट्री के सबसे बड़े नाम थे, लेकिन 12 अगस्त 1997 को मुंबई में गोलियों से उनकी हत्या कर दी गई थी, जिससे पूरे देश में शोक की लहर दौड़ गई थी। उनके निधन से फिल्म इंडस्ट्री को अपूरणीय क्षति हुई है।
अब, उनकी बायोपिक को लेकर फैंस बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं, ताकि गुलशन कुमार के संघर्ष और सफलता की कहानी पर्दे पर देख सकें।