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बांग्लादेशी घुसपैठ और मनी लॉन्ड्रिंग मामले में हुई कार्रवाई
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मंगलवार को झारखंड और पश्चिम बंगाल में 17 स्थानों पर तलाशी ली। मामला बांग्लादेशी घुसपैठ, वेश्यावृत्ति और मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़ा बताया जा रहा है। जानकारी के मुताबिक, ईडी की टीम कुछ व्यक्तियों और संगठनों की सीमा पार से घुसपैठ से जुड़े वित्तीय घोटालों की जांच कर रही है।
झारखंड विधानसभा चुनाव के पहले चरण में कल यानी बुधवार को 43 सीटों पर मतदान होगा। साथ ही पश्चिम बंगाल की छह विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होंगे।
वेश्यावृत्ति में शामिल बांग्लादेशी लड़कियां, FIR दर्ज
दरअसल, इसी साल जून में रांची पुलिस ने बरियातू थाना क्षेत्र के हिल व्यू रोड बाली रिजॉर्ट से तीन संदिग्ध बांग्लादेशी लड़कियों को गिरफ्तार किया था.
गिरफ्तार की गई तीनों लड़कियों की पहचान बांग्लादेश के चट्टोग्राम निवासी निम्पी बिरुआ, समरीन अख्तर और निपा अख्तर के रूप में हुई है। तीनों लड़कियों ने पुलिस को बताया कि मनीषा राय नाम की एक अन्य लड़की की मदद से उन्हें बांग्लादेश से जंगल के रास्ते पहले कोलकाता और फिर वहां से रांची लाया गया था। उसे ब्यूटी सैलून में नौकरी देने के लिए कहा गया लेकिन यहां उसे वेश्यावृत्ति में धकेल दिया गया।
गिरफ्तार बांग्लादेशी लड़कियों से प्राप्त जानकारी के आधार पर 4 जून को रांची के बरियातू पुलिस स्टेशन में एक प्राथमिकी (संख्या 188/2024) दर्ज की गई थी। आईपीसी की धारा 420, 467, 468, 471 और 34, पासपोर्ट अधिनियम, 1967 की धारा 12, विदेशी अधिनियम, 1946 की धारा 14-ए के तहत मामला दर्ज किया गया था।
जमानत पर रिहा हुई लड़कियां फरार
पुलिस ने बाली रिसॉर्ट से गिरफ्तार तीनों लड़कियों को 10,000 रुपये के निजी मुचलके पर इस शर्त पर जमानत दी थी कि वे मामले की जांच में सहयोग करेंगी। 20 दिन पहले जब ईडी की टीम मामले की जांच के लिए बरियातू थाने गई थी, तब थाना प्रभारी मनोज कुमार से जब पूछा गया कि तीनों लड़कियां कहां हैं तो उन्होंने कहा कि इस बारे में कोई जानकारी नहीं है। पुलिस ने लड़कियों के पास से जो आधार कार्ड जब्त किए हैं, वे भी फर्जी थे।