
CM Dhami Tribute Ramabai Ambedkar: रमाबाई आंबेडकर जी की आज जयंती मनाई जा रही है। सीएम धामी ने रमाबाई आंबेडकर को याद करते हुए रमाबाई को त्याग एवं संघर्ष की प्रतिमूर्ति, नारी सशक्तिकरण की प्रतीक बताया।
आपको बता दें कि रमाबाई जन्म 7 फरवरी 1898 को एक गरीब परिवार में हुआ था। उनके पिता का नाम भीखू धोत्रे और मां का नाम रुक्मिणी था। रमाबाई बाबा साहेब डॉ. भीमराव आंबेडकर की पहली पत्नी है।
त्याग और समर्पण की पहचान
रमाबाई ने 29 साल तक बाबा साहेब का साथ दिया, उनके संघर्षों में उनकी पूरी तरह से मदद की और कभी भी उनका समर्थन नहीं छोड़ा। उनके त्याग और बलिदान को देखते हुए लेखकों ने उन्हें “त्यागवंती रमाई” के नाम से संबोधित किया। उनके इस समर्पण को देखते हुए उन्हें महाराष्ट्र ही नहीं, पूरे देश में “मातोश्री” के रूप में सम्मानित किया गया।
बाबा साहेब के विचारों को आगे बढ़ाने वाली रमाबाई
27 मई 1935 को लंबी बीमारी के बाद रमाबाई का मृत्यु मुंबई में हुआ। उनके निधन के बाद भी उनके विचारों और समर्पण को लोग हमेशा याद करते हैं। उनका योगदान न केवल बाबा साहेब के साथ था, बल्कि उन्होंने समाज में बदलाव लाने के लिए भी निरंतर काम करती थी।
CM Dhami Tribute Ramabai Ambedkar: सीएम धामी का ट्वीटकर किया नमन..
उत्तराखंड के सीएम ने रमाबाई आंबेडकर को याद करते हुए एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा कि-
“त्याग एवं संघर्ष की प्रतिमूर्ति, नारी सशक्तिकरण की प्रतीक रमाबाई आंबेडकर जी की जयंती पर कोटिशः नमन।
आपके संघर्ष ने समाज में बदलाव की दिशा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। आपका जीवन हमें अधिकारों के लिए संघर्ष करने एवं समानता और न्याय की स्थापना हेतु सदैव प्रेरित करता रहेगा।”
त्याग एवं संघर्ष की प्रतिमूर्ति, नारी सशक्तिकरण की प्रतीक रमाबाई आंबेडकर जी की जयंती पर कोटिशः नमन।
आपके संघर्ष ने समाज में बदलाव की दिशा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। आपका जीवन हमें अधिकारों के लिए संघर्ष करने एवं समानता और न्याय की स्थापना हेतु सदैव प्रेरित करता रहेगा। pic.twitter.com/XAseZiHt2F
— Pushkar Singh Dhami (@pushkardhami) February 7, 2025