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कनाडा के 24 सांसदों ने पीएम का किया विरोध
कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो को अपनी ही पार्टी के विरोध का सामना करना पड़ रहा है। लिबरल सांसदों ने ट्रूडो को प्रधानमंत्री पद छोड़ने के लिए 28 अक्टूबर तक का समय दिया है। नाराज नेताओं ने ट्रूडो से कहा कि या तो पद छोड़ दें या विद्रोह का सामना करने के लिए तैयार रहें।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, ट्रूडो की पार्टी से 24 सांसदों ने चुनाव से पहले प्रधानमंत्री को हटाने की मांग की है। उन्होंने इसके लिए एक मांग पत्र पर हस्ताक्षर भी किए हैं। सांसद द्वारा हस्ताक्षरित मांग पत्र को अभी तक सार्वजनिक नहीं किया गया है। पत्र में सांसदों ने ट्रूडो से अगले साल होने वाले आम चुनाव में हार के खतरे का हवाला देते हुए चुनाव से पहले इस्तीफा देने की मांग की है।
सांसदों ने ट्रूडो से प्रधानमंत्री के रूप में चौथा कार्यकाल नहीं लेने के लिए कहा है। पिछले 100 वर्षों में, किसी भी कनाडाई नेता ने चौथी बार चुनाव नहीं जीता है। ट्रूडो के लिए चुनौती ऐसे समय में आई है जब उनकी सरकार खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की मौत को लेकर भारत के साथ एक बड़े राजनयिक विवाद में उलझी हुई है।
चुनाव में जीत के लिए प्रधानमंत्री का इस्तीफा जरूरी
सांसदों का कहना है- ट्रूडो को बाइडेन जैसा दावा छोड़ देना चाहिए पीएम ट्रूडो ने बुधवार को बंद दरवाजों के पीछे 20 लिबरल सांसदों से भी मुलाकात की। बैठक में लिबरल ब्रिटिश कोलंबिया के सांसद पैट्रिक व्हीलर ने कहा कि अगले साल होने वाले चुनाव में जीत हासिल करने के लिए प्रधानमंत्री का इस्तीफा जरूरी है।
वेलर ने कहा कि बाइडेन के नेतृत्व वाली डेमोक्रेटिक पार्टी चुनाव में काफी पीछे है। इसके बाद उन्होंने दावा छोड़ दिया और कमला हैरिस का नाम आगे कर दिया। इससे डेमोक्रेटिक पार्टी की बढ़त और मजबूत हुई। उन्होंने कहा कि लिबरल पार्टी कनाडा में भी इसी तरह से वापसी कर सकती है।
कनाडा के न्यूफाउंडलैंड से लिबरल सांसद केन मैकडोनाल्ड ने कहा कि ट्रूडो को लोगों की बात सुनने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि उनके कई सहयोगी हैं जो आगामी चुनाव लड़ना चाहते हैं, लेकिन कम मतदान संख्या और उदारवादियों की घटती लोकप्रियता से भयभीत हैं।
लिबरल पार्टी के 153 सांसद
इस महीने की शुरुआत में, ट्रूडो सरकार की सहयोगी न्यू डेमोक्रेटिक पार्टी (एनडीपी) ने अपना समर्थन वापस ले लिया था। इसके बाद से ट्रूडो बिना बहुमत के सरकार चला रहे हैं। एनडीपी खालिस्तान समर्थक कनाडाई सिख सांसद जगमीत सिंह की पार्टी है।