बलूच सेना ने 12 हमलों में 7 आत्मघाती हमले करने का दावा किया
Balochistan Attack : बलूच लिबरेशन आर्मी बीएलए ने पाकिस्तान के बलूचिस्तान में 130 पाकिस्तानी सैनिकों को मार गिराने का दावा किया है। हालांकि, पाकिस्तानी सेना ने अब तक 14 सैनिकों के मारे जाने की बात स्वीकार की है।
बीएलए का ‘ऑपरेशन हेरोफ’
बलूचिस्तान पोस्ट के मुताबिक, बीएलए ने ‘ऑपरेशन हेरोफ’ के तहत बलूचिस्तान में 12 अलग-अलग ठिकानों पर हमला किया। बीएलए ने रविवार देर रात हमले किए और पाकिस्तानी सेना के शिविरों और पुलिस चौकियों को निशाना बनाया। उन्होंने कई राजमार्गों को भी अवरुद्ध कर दिया।

बीएलए ने ‘ऑपरेशन हेरोफ’ को बलूचिस्तान पर कब्जा करने की दिशा में पहला कदम बताया। बलूच समूह ने इस अभियान को बलूचिस्तान की आजादी के लिए मील का पत्थर बताया है। ऑपरेशन में 800 बीएलए फाइटर्स में शामिल रहे बीएलए के प्रवक्ता जियांद बलूच ने कहा कि यह ऑपरेशन हेरोफ का पहला चरण था।
उन्होंने दावा किया कि वह सफल रहे हैं। जिंद ने कहा कि उनकी विभिन्न टीमों के 800 लड़ाकों ने अभियान में हिस्सा लिया। इनके लड़ाकों ने बलूचिस्तान में मौजूद पाकिस्तानी सेना की कई पोस्टों और कैंपों को तबाह कर दिया था।
बेला शिविर पर 20 घंटे तक कब्जा
उन्होंने कहा कि फिदायीन लड़ाकों की उनकी ‘माजिद ब्रिगेड’ ने बलूचिस्तान के बेला शिविर पर 20 घंटे तक कब्जा कर रखा था। यहां पाकिस्तानी सेना के 68 जवान मारे गए थे और दर्जनों घायल हुए थे। बीएलए के लड़ाके पाकिस्तानी सैनिकों पर रॉकेट लॉन्चर से हमला कर रहे हैं। फुटेज सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। बीएलए के लड़ाके पाकिस्तानी सैनिकों पर रॉकेट लॉन्चर से हमला कर रहे हैं। फुटेज सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है।
बलूच पुलिस ने पहले ही दूर रहने की चेतावनी दी प्रवक्ता ने कहा कि उन्होंने पहले ही स्थानीय पुलिस को पाकिस्तानी सेना की मदद नहीं करने की चेतावनी दी थी। उन्होंने बताया कि 22 पुलिसकर्मियों और कर संग्रह कर्मियों को अस्थायी रूप से हिरासत में लिया गया और अभियान खत्म होने के बाद उन्हें सुरक्षित छोड़ दिया गया।
बीएलए ने कहा कि वह पुलिस और लेवी बलों को बलूचों का सहयोगी मानता है। हालांकि, समूह ने चेतावनी दी कि पाकिस्तानी सेना की मदद करने वाले किसी भी व्यक्ति या संस्था को गंभीर परिणाम भुगतने होंगे।
बीएलए ने कहा कि सात आत्मघाती हमलावर मारे गए, जिनमें से एक महिला थी, बीएलए ने कहा कि हमले में उसके सात फिदायीन मारे गए। इनमें एक महिला भी थी, महल बलोच। बीएलए ने दोनों आत्मघाती हमलावरों की तस्वीरें भी जारी कीं। बलूचिस्तान पोस्ट की खबर के अनुसार महल आत्मघाती हमले में जान गंवाने वाली तीसरी बलूच महिला हैं।
खबरों के मुताबिक, पहली बलूच महिला जिलान कुर्द थीं, जिन्होंने 1996 में तुर्की सैनिकों पर आत्मघाती हमला किया था। इसके बाद अप्रैल 2022 में शैरी बलूच ने चीनी नागरिकों को निशाना बनाया।
