Illegal Paddy Storage : समर्थन मूल्य पर संचालित धान खरीदी व्यवस्था को पारदर्शी और सुव्यवस्थित बनाए रखने के लिए जिला प्रशासन ने अवैध धान भंडारण और परिवहन के विरुद्ध कार्रवाई की जा रही है। इसी क्रम में कृषि उपज मंडी बालोद की उड़न दस्ता टीम ने विभिन्न गांवों में सघन जांच कर अवैध धान जब्त किया।
जिला प्रशासन अलर्ट मोड में
सूत्रों के अनुसार बिचौलियों और अधिकारियों की मिलीभगत से हर साल 30 से 35 लाख मीट्रिक टन धान की फर्जी खरीदी की जाती है। यह सब पड़ोसी राज्यों से आने वाले धान है। इससे सरकारी खजाने पर भार पड़ता है। बता दें कि पिछले 20 साल में प्रदेश धान खरीदी नौ गुना वृद्धि हुई है। वर्ष 2002-2003 में मात्र 18 लाख मीट्रिक टन धान की खरीदी हुई थी। इसके बाद से लगातार संख्या में वृद्धि होती गई है। जबकि प्रदेश में खेती का रकबा कम ही हुआ है।
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Illegal Paddy Storage : दो जगहों पर अवैध परिवहन पकड़ा
प्रदेश में 15 नवंबर से धान खरीदी शुरू होने के बाद अवैध परिवहन भी शुरू हो गया है। अधिकारियों और कर्मचारियों की चौकसी के चलते अब तक दो जिलों में अवैध परिवहन को पकड़ा गया है। बलरामपुर जिले में प्रशासन ने अवैध धान से भरी दो पिकअप गाड़ियों को पकड़ा। इसी तरह सुकमा में भी अवैध परिवहन करते ट्रक पकड़ा गया।
तहसीलदार आशुतोष शर्मा ने कहा, कि उड़न दस्ता दल द्वारा मंडी अधिनियम के तहत अब तक कुल 6 प्रकरण दर्ज कर 218 क्विंटल धान जप्त किया गया है। आज की कार्रवाई में बालोद तहसील अंतर्गत ग्राम लिमोरा से 22 क्विंटल, लोण्डी से 40 क्विंटल, पोण्डी से 99 क्विंटल, भेड़िया नवागांव से 32 क्विंटल तथा बेलमांड़ से 24 क्विंटल धान अवैध भंडारण की स्थिति में पकड़ा गया। जिला प्रशासन की यह सख्त और निरंतर निगरानी दर्शाती है कि अवैध धान के परिवहन एवं संग्रहण पर पूरी तरह रोक लगाने के लिए कार्रवाई जारी रहेगी।
