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मोबाइल नंबरों से हो रही धोखाधडी, सरकार ने उठाया बड़ा कदम
6 लाख 80 हजार Mobile Sim बंद होंगी- देशभर में लगातार अलग-अलग मोबाइल (Mobile Sim) नंबरों से हो रहे सायबर अपराध पर अब सरकार और दुरसंचार मंत्रालय एक साथ बढ़े कदम उठाने जा रहा है। इसके अंतर्गत जहां ब्रिना केव्हायरसी जांच के आधार नंबरों पर डंडा चलने जा रहा है।
बिना जांच अब नहीं मिलेंगे मोबाइल नंबर
अंतरराष्ट्रीय कॉल से नारकोटिक्स और सीबीआई जांच डिजिटल अरेस्ट मामलों में अब अन्य देशों से कार्यवाही करवाई जाएगी। अंतराष्ट्रीय कॉल से नारकोटिक्स, ईडी और डिजिटल अरेस्ट के नाम पर होने वाली धोखाधडी के मोबाइल नंबरों की जानकारी एकत्र कर जिन देशों से फोन आ रहे हैं, उनखे कार्रवाई के लिए कहा जाएगा। वहाँ अब बिना बायोमेटिक मोबाइल की सिम भी कंपनियां नहीं दे पाएगो।
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दो दिन पहले राजस्थान के मेवात और जापनाड़ा में बड़ी छापे की कार्रवाई की गई। सरकार मोबाइल नंबरों (Mobile Sim) से हो रही लगातार धोखाधड़ी के बाद अब इस दिशा में टोस कदम उठा रही है । इसके अंतर्गत सबसे पहने शभी मोबाइल कंपनियों को 60 दिन के अंदर 6 लाख 80 हजार मोबाइलों को जांच कर बंद करने के निर्देश दिए हैं। इसमें से कई नंबरों से लगातार धोखाधड़ी की जा रही है। यह सभी फर्जी नामों से सिम लेकर चलाए जा रहे हैं।
बायोमेट्रिक्स जांच के बाद मिलेगी Mobile Sim
इसके अलावा अब बिना बायोमेट्रिक्स जांच के कंपनी एक भी सिम (Mobile Sim) जारी नहीं कर सकेगी। इसके अलावा इन नंबरों के माध्यम से इनके बैंक खातों में आने वाले पैसा को भी 48 घंटे तक फ्रीज़ करने के निर्देश दिए जा रहे हैं। सायबर अपराधी खातों में पैसा मंगाकर ट्रांसफर कर लेते हैं। अब से इसका उपयोग नहीं कर पाएंगे।
नारक्रोटिक्स, ईडी, सीबीआई के नाम धोखाधड़ी
इसके अलावा अंतरराष्ट्रीय नंबरों से भारतीय पुलिस की बर्दी पहने आने वाले व्हाट्सअप कॉल के माध्यम से नारकोटिक्स, ईडी, सीबीआई के नाम पर धमकाकर डिजिटल अरेस्ट करने को लेकर भी लगातार शिकायत आ रही हैं।
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अब इन नंबरों की जांच कर कौन से देश से यह फोन आ रहे है. इनकी जानकारी निकालने के बाद जिन देशों से यह फोन आ रहे हैं, उन्हें सूचना देकर उन पर कार्रवाई के निर्देश दिए जाएंगे। इसके अलावा ऐसे देश जिनसे भारत के मित्रता नहीं है उन देशों के नंबरों को विशेष निगरानी में रखा जाएगा। माना जा रहा हैं कि अगले 60 दिनों में सरकार इस पूरे मामले में नई गाइड लाइन जारी का देगो।