सुरक्षा बलों की बड़ी कामयाबी

12 घंटे की जंग, 2 आतंकी ढेर: कुपवाड़ा की जंगलों में सेना का ऑपरेशन
तारीख: 14 अक्टूबर 2025
स्थान: कुपवाड़ा, जम्मू-कश्मीर
कुपवाड़ा घुसपैठ : घने जंगलों में चल रही घुसपैठ की साजिश को सेना ने एक बार फिर नाकाम कर दिया। जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा जिले में भारत-पाकिस्तान सीमा (LoC) के पास कुंबकडी के जंगलों में मंगलवार सुबह सुरक्षाबलों ने 2 आतंकियों को मार गिराया। ये ऑपरेशन बीते सोमवार शाम 7 बजे शुरू हुआ था और 12 घंटे से ज्यादा चला।
कुपवाड़ा घुसपैठ: कैसे शुरू हुआ ऑपरेशन?
सुरक्षा एजेंसियों को इनपुट मिला था कि कुछ आतंकी पाकिस्तान की तरफ से जंगल के रास्ते भारत में घुसपैठ की कोशिश कर रहे हैं। कड़ी निगरानी के चलते सेना और BSF ने ऑपरेशन लॉन्च किया। घनघोर अंधेरे और दुर्गम इलाके में भी जवान पीछे नहीं हटे। जैसे ही आतंकियों ने फायरिंग शुरू की, जवाबी कार्रवाई में दोनों को मार गिराया गया।
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सेना की सर्चिंग अब भी जारी है, क्योंकि आशंका है कि कुछ और आतंकी इलाके में छिपे हो सकते हैं।
बीते महीनों में आतंकियों की साजिशें और सेना की जवाबी कार्रवाई
8 सितंबर को कुलगाम के गुड्डर जंगल में दो आतंकी मारे गए थे। उनमें से एक, आमिर अहमद डार, लश्कर से जुड़ा था और पहलगाम हमले का भी आरोपी था।
13 अगस्त को बारामूला में LoC के पास गोलीबारी में एक भारतीय जवान शहीद हुए थे।
28 मार्च को कठुआ में हुई मुठभेड़ में दो आतंकी ढेर हुए, लेकिन SOG के चार जवान और DSP घायल हो गए थे।
22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 टूरिस्ट्स मारे गए थे। इसके बाद भारतीय वायुसेना ने PoK में 9 आतंकी ठिकानों पर एयरस्ट्राइक की थी।
सिर्फ ऑपरेशन नहीं, रणनीतिक दबाव भी
सेना का कहना है कि बार-बार की जा रही घुसपैठ की कोशिशें इस बात का संकेत हैं कि पाकिस्तान की ओर से आतंकवाद को फिर से हवा देने की कोशिश हो रही है। मगर भारत की सुरक्षा एजेंसियां इस बार पहले से कहीं ज्यादा चौकस और मजबूत हैं।
कुपवाड़ा जैसे सीमावर्ती इलाके में लगातार ऑपरेशन चलाकर आतंकियों को यह संदेश दिया जा रहा है कि भारत अब पहले से ज्यादा निर्णायक और जवाबी कार्रवाई में तत्पर है।
कुपवाड़ा घुसपैठ : जनता की भावनाएं, ‘जवानों पर गर्व है’
इस ऑपरेशन के बाद सोशल मीडिया पर लोगों ने सेना को सलाम किया है। एक ट्विटर यूजर ने लिखा,
जब हम चैन की नींद सो रहे होते हैं, तब हमारे जवान जंग लड़ रहे होते हैं। कुपवाड़ा के ऑपरेशन ने एक बार फिर साबित कर दिया कि हमारी सेना हर कीमत पर देश की सुरक्षा के लिए खड़ी है।”
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