सीएम योगी का साथ, मरीजों के साथ
Yogi Adityanath financial assistance: यूपी जनसंख्यां के लिहाज से देंखे तो देश का सबसे बड़ा प्रदेश है…तो ये भी कह सकते हैं कि जब प्रदेश बड़ा है तो चुनौतियां भी उसी हिसाब से होंगी। जिसके लिए मुख्यमंत्री कार्यालय और मिनी सचिवालय गोरखपुर से जनता दरबार कार्यक्रम कर संवाद स्थापित करने की कोशिश करते हैं।
उत्तर प्रदेश सरकार ने वित्त वर्ष 2024‑25 में 66 हजार 874 गंभीर रोगियों के इलाज पर 13.44 अरब रूपए खर्च कर सीधे राहत पहुंचाई है। इससे कैंसर, किडनी और अन्य घातक बीमारियों से जूझ रहे मरीजों को महंगे उपचार का बोझ कम हुआ।
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बतादें कि कैंसर से पीड़ित 7 हजार 570 मरीजों को 1.66 अरब रूपए की विशेष सहायता दी गई। यह रकम दवाओं, कीमोथेरेपी और सर्जरी पर आने वाले ख़र्च के लिए सीधे मरीज या उनके अभिभावकों के खातों में भेजी गई।
किडनी रोगियों पर फोकस
डायलिसिस और प्रत्यारोपण जैसी महंगी प्रक्रियाएं झेल रहे 1 हजार 729 किडनी रोगियों को 33.12 करोड़ रूपए का सहारा मिला। इससे नियमित उपचार बाधित हुए बिना गरीब परिवार अपना रोजगार व ज़िंदगी दोनों बचा सके।
अग्निकांड पीड़ित परिवारों को संबल
राज्य के अलग‑अलग जिलों में आग लगने की घटनाओं में जान गंवाने वालों के आश्रितों को मुख्यमंत्री राहतकोष से तत्काल वित्तीय सहायता दी गई। इस मदद ने पुनर्वास की प्रक्रिया तेज की और आश्रित परिवारों को शुरुआती खर्च जुटाने में सहारा मिला।
बेटियों की शादी और शिक्षा
मुख्यमंत्री कार्यालय ने बेटियों की शादी, पढ़ाई और अन्य व्यक्तिगत ज़रूरतों के लिए भी समयबद्ध आर्थिक अनुदान जारी किया। गोरखपुर मिनी सचिवालय व लखनऊ कार्यालय के ‘जनता दर्शन’ में आई अर्जियों पर प्राथमिकता से कार्रवाई की गई।
365 दिन, जनसेवा अनवरत
Yogi Adityanath financial assistance: जनसंवाद कार्यक्रमों के जरिये मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रोज औसतन 180 से अधिक मामलों का निपटारा किया। तीमारदारों से लेकर किसानों तक हर वर्ग के जरूरतमंदों तक सहायता पहुंचाने के लिए अलग‑अलग विभागों की टीमों को समन्वय में रखा गया, जिससे कोई भी फरियादी बिना मदद के न लौटे का संकल्प जमीन पर उतारे जा सके।
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