
US Canada trade war: अमेरिका ने कनाडा पर टैरिफ 50 प्रतिशत कर दिया
white house भारत ने अमेरिकी शराब पर 150% टैरिफ लगाया: संयुक्त राज्य अमेरिका विभिन्न देशों पर टैरिफ लगाने के फैसले पर तेजी से काम कर रहा है। मंगलवार को व्हाइट हाउस ने विभिन्न देशों द्वारा अमेरिका पर लगाए गए टैरिफ के मुद्दे पर चर्चा की। इस चर्चा में इस बात का खास जिक्र किया गया कि भारत अमेरिकी शराब पर 150 फीसदी और कृषि उत्पादों पर 100 फीसदी टैरिफ वसूल रहा है।
व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कैरोलिन लेविट ने कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप व्यापार नीतियों में संतुलन और पारदर्शिता बनाए रखने के उद्देश्य से पारस्परिक टैरिफ का समर्थन कर रहे हैं। कनाडा दशकों से अमेरिका पर टैरिफ लगाकर अमेरिकियों की मेहनत पर पानी फेर रहा है, वहीं भारत भी अमेरिकी शराब पर 150 प्रतिशत टैरिफ लगाता है।
कनाडा के खिलाफ 50% टैरिफ आदेश रोका
US Canada trade war: अमेरिका ने इससे पहले कनाडा से आयात होने वाले स्टील और एल्युमीनियम पर 25 फीसदी टैरिफ लगाने का फैसला किया था। हालांकि, जब कनाडा ने झुकने से इनकार कर दिया, तो अमेरिका ने टैरिफ बोझ (50 प्रतिशत) को दोगुना कर दिया। यह शुल्क आज से लागू होना था। लेकिन अचानक ट्रम्प सरकार ने घोषणा की कि वह अस्थायी आधार पर टैरिफ लागू नहीं करेगी।
भारत-जापान पर निशाना
उन्होंने कहा, ‘अमेरिका में ऐसा राष्ट्रपति है जो अमेरिका के कारोबार और कारोबार के हितों को लेकर चिंतित है। कनाडा की मानें तो उसने अमेरिकी चीज और बटर पर 300 फीसदी टैरिफ लगा दिया है। जापान अमेरिकी चावल पर 700 प्रतिशत शुल्क लगाता है। भारत कृषि पर 100 प्रतिशत टैरिफ और शराब पर 150 प्रतिशत टैरिफ भी लगा रहा है।
Click This:- सटीक, सच्ची और सिर्फ खबर के लिए डाउनलोड करे app
अन्य देशों ने अमेरिका को लूटा
Canada export tariffs: इससे पहले टैरिफ वॉर की घोषणा के साथ राष्ट्रपति ट्रंप ने स्पष्ट किया था कि दुनिया के ज्यादातर देशों ने अमेरिका से बड़े टैरिफ वसूलकर देश को लूटा है। दुनिया की हर कंपनी अमेरिका को लूट रही है। हम इस कदम से हमसे लूटा गया धन वापस पाना चाहते हैं।
white house 2 अप्रैल से लागू होगा रेसिप्रोकल टैरिफ
Trump trade policies: अमेरिका ने दुनिया के उन सभी देशों पर पारस्परिक टैरिफ लगाने की अपनी तत्परता व्यक्त की है जो 2 मार्च से उससे टैरिफ वसूल रहे हैं। टैरिफ के बदले टैरिफ पॉलिसी ने दुनिया में ट्रेड वॉर की आशंका का भी संकेत दिया है। उधर, अमेरिका में मंदी का दौर बढ़ा है।