पिछले 1 महीने से शेयर बाजाऱ का गिरना और विदेशी निवेशकों की बिकवाली थमने का नाम नहीं ले रही जिसके
कारण शेयर बाजाऱ मे निवेश करने वालों की चिंता बढ़ने लगी है I हालांकि जानकारों का मानना है की इस गिरावट से
ज़्यादा विचलित होने की ज़रुरत नहीं है इसे आपदा मे फायदा मानते हुऐ अच्छे शेयर्स की खरीदी की जा सकती है और
अपना long टर्म पोर्टफोलियो बनाया जा सकता है I
बाजाऱ मे बिकवाली के चलते पिछले 1 महीने मे निवेशकों को 40 लख़नऊ करोड़ रुपये का नुकसान हो चुका है और
BSE का market cap 4.77 लाख करोड़ रुपये से घटकर 4.37 लाख करोड़ रुपये हो गया है सबसे ज़्यादा गिरावट auto
sector, FMCG, IT, Pharma, Metal और Financial Services के शेयर्स मे देखी गई है I
जानकारों के अनुसार पिछले 3-4 सालों मे बाजाऱ ने ज़बरदस्त तेजी देखी है इस कारण से बाजाऱ मे मुनाफावसूली की
संभावना बनी हुई थी और अब वही हो रहा है हालांकि आने वाले समय मे ज़्यादा गिरावट की संभावना कम है क्योंकि
लम्बी अवधि मे भारत की अर्थव्यवस्था विकास पथ पर अग्रसर है I
सालाहकारों का कहना है की चूंकि इस समय बाजाऱ मे मुनाफावसूली का दौर चल रहा है तो सावधानीपूर्वक निवेश की सलाह है I चूंकि विदेशी निवेशक भारत से पैसा निकालकर चीन मे निवेश कर रहे हैं लेकिन दूसरा पहलु ये भी है की घरेलू निवेशकों का अब भी बाजाऱ मे विश्वास कायम है और एक अहम् कारण ये भी है कई कम्पनियाँ IPO लेकर बाजाऱ मे उतर रही हैं जिसकी वजह से बाजाऱ का पैसा बाजाऱ मे ही घूम रहा है I
संभावना जताई जा रही है की बिकवाली का दौर आने वाले 2-3 महीने मे ख़तम हो जायेगा और फिर बाजाऱ मे अपनी पुरानी रौनक लौट आएगी I