Contents
सामूहिक विवाह की ऐसे खुली पोल
1 लाख रु के लालच में शादी करने पहुंचे दो-दो बच्चों के माता-पिता
Wedding Ceremony: छत्तीसगढ़ के दुर्ग अजब-गजब मामला सामने आया है.यहां दिव्यांगों के लिए सामूहिक विवाह समारोह में दो-दो बच्चों के माता-पिता फिर शादी करने पहुंच गए. यह आयोजन आस्था बहुउद्देशीय कल्याण संस्थान ने की थी. और संस्था की तरफ से इस बार शादी करने वाले वर-वधु को एक लाख रुपये दिए जाना था.सामूहिक विवाग समारोह में जैसे ही ये जोड़े पहुंचे तो इनकी पोल खुल गई.जिसके बाद इन्हे विवाह मंडप से बाहर निकाल दिया गया और शादीशुदा जोड़े के खिलाफ FIR दर्ज की गई.
Read More: 7वीं की छात्रा ने 14वें फ्लोर से कूदगर दी जान
Wedding Ceremony: ‘शादी के बाद एक लाख रुपए मिलेंगे’
दुर्ग में आस्था बहुउद्देशीय कल्याण संस्थान ने 300 दिव्यांगों जोड़े के लिए सामूहिक विवाह का आयोजन किया था. ये संस्था पहले भी सैकड़ों युवक-युवतियों का विवाह करा चुकी है. मगर, इस बार कहा गया था कि हर जोड़े को संस्थान एक लाख रुपए देगी. इसको लेकर छत्तीसगढ़ के सरगुजा, अंबिकापुर, सूरजपुर, बिलासपुर और बस्तर से जोड़े दुर्ग पहुंच गए. निशुल्क सामूहिक विवाह कार्यक्रम में पहुंचे दिव्यांगजनों ने बताया कि शादी के बाद एक लाख रुपए मिलेंगे. इसके अलावा आस्था संस्था प्रमाणपत्र और दहेज का सामान अलग से देगी. इस वजह से वे आयोजन में शामिल होने के लिए पहुंचे हैं.
वहीं, शादीशुदा जोड़ों का आरोप था की वे जानबूझकर यहां शादी करने नहीं आए थे उन्हें बुलाया गया था. जब राशन कार्ड चेक किया, तो कहा गया आप कैसे शादी कर रहें हैं. फिर मैंने कहा कैसे बैठे आप जानो. शादीशुदा देव साय ने कहा मैं पहले से शादीशुदा हुं और तीन बच्चे हैं. गांव वाले आ रहे थे, तो मैं भी अपने गांव से 6 जोड़ों के साथ आ गया.
Wedding Ceremony: ये कहना है संस्था का
आस्था बहुउद्देशीय कल्याण संस्थान के अध्यक्ष प्रकाश गेडाम ने बताया, हम लोग हर साल सामूहिक विवाह कार्यक्रम करते हैं. इस साल मुख्यमंत्री आए थे. इसी बीच हमें पता चला कि सरगुजा संभाग के शादीशुदा जोड़े आए हैं. इसके बाद आधार कार्ड में जिनके पत्नी का नाम था उसको हटा दिए. मामले में शासन से कोई सहयोग नहीं मिला. ऐसे लोगों पर कार्रवाई की जाएगी और FIR करेंगे.
ये भी देखे: Shivraj Singh Chauhan ने की कुलदेवी की पूजा