जिसकी दीवार से रिसता था खून -"रोहतास दुर्ग"

सासाराम से 55 km दूर रोहतासगढ़ किला स्थित हैं।

किले के कब्जे को लेकर कई नरसंहार हुए

खून टपकने वाला स्थल आज भी लाल दरवाजा के नाम से मशहूर है।

यह स्थल किले के कठौतिया घाट में स्थित है।

इसलिए इसे खूनी किला कहा जाता हैं

यहाँ रात में चीख-पुकार की आवाज सुनाई देती हैं

यूनेस्को ने विश्व धरोहर 1971 में शामिल

इसी की तर्ज पर शेरशाह ने पाकिस्तान में रोहतास किले का निर्माण कराया था।