अजमेर-पुष्कर दौरे पर सीएम शर्मा का संदेश
Water Conservation Bhajanlal Sharma: राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने अजमेर व पुष्कर में वंदे गंगा जल संरक्षण-जन अभियान के तहत विभिन्न कार्यक्रमों में भाग लिया। अजमेर में उन्होंने कई विकास कार्यों का लोकार्पण व शिलान्यास किया, तो वहीं पुष्कर में ब्रह्मा मंदिर में पूजा अर्चना की। उन्होंने कहा कि जल संरक्षण के बिना भविष्य की कल्पना अधूरी है और इसमें आमजन की भागीदारी सबसे जरूरी है।
जल का कोई विकल्प नहीं- मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री शर्मा ने कहा कि जल का कोई विकल्प नहीं है और बिना जन सहयोग के कोई भी अभियान सफल नहीं हो सकता। उन्होंने बताया कि गंगा दशहरा के अवसर पर शुरू किए गए इस अभियान का उद्देश्य प्रदेश में जल स्रोतों की रक्षा और पुनर्जीवन करना है। उन्होंने कहा, “जब तक हम सब मिलकर प्रयास नहीं करेंगे, तब तक जल संकट का समाधान संभव नहीं।
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जल संरक्षण बनी सांस्कृतिक परंपरा
सीएम ने बताया कि राजस्थान में जल संरक्षण कोई नया विषय नहीं है, बल्कि यह हमारी सांस्कृतिक विरासत का हिस्सा रहा है। बावड़ियां, जोहड़, तालाब और कुएं जैसी संरचनाएं जल बचाने की ऐतिहासिक मिसालें हैं। अब समय है कि इन परंपराओं को फिर से जीवंत किया जाए और आधुनिक तकनीकों के साथ इन्हें आगे बढ़ाया जाए।
भूजल संकट पर जताई चिंता
मुख्यमंत्री ने चेतावनी दी कि राजस्थान के लगभग 72 प्रतिशत हिस्से को ‘अतिदोहित’ श्रेणी में रखा गया है, यानी वहां भूजल स्तर खतरनाक रूप से नीचे चला गया है। उन्होंने कहा कि सतही जल की कमी के कारण राज्य भूजल पर अत्यधिक निर्भर हो गया है, जिससे यह स्थिति उत्पन्न हुई है।
अभियान बनेगा जल क्रांति की नींव
Water Conservation Bhajanlal Sharma: शर्मा ने बताया कि वंदे गंगा जल संरक्षण-जन अभियान के तहत जल स्रोतों की सफाई, पारंपरिक जलाशयों का पुनरुद्धार और जल संरक्षण के प्रति जन जागरूकता बढ़ाने के लिए कई गतिविधियों का आयोजन किया जा रहा है। उन्होंने विश्वास जताया कि यह अभियान प्रदेश में जल संरक्षण को लेकर नई क्रांति की नींव रखेगा और आने वाली पीढ़ियों के लिए जल सुरक्षा सुनिश्चित करेगा।
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