
Major Showdown in Parliament : जानिए विपक्ष और सरकार की सियासी स्थिति
Major Showdown in Parliament: आज लोकसभा में वक्फ संशोधन बिल पेश किया जाएगा। प्रश्नकाल के बाद, दोपहर 12 बजे यह बिल सदन में रखा जाएगा, और इसके लिए स्पीकर ओम बिरला ने 8 घंटे की चर्चा का समय निर्धारित किया है। इस समय में से 4 घंटे 40 मिनट NDA को और बाकी समय विपक्ष को मिलेगा, जिससे यह बिल एक महत्वपूर्ण राजनीतिक मुद्दा बन चुका है।
चंद्रबाबू नायडू की टीडीपी और नीतीश कुमार की जेडीयू ने किया समर्थन
इस बिल के पक्ष में प्रमुख सहयोगी दलों ने समर्थन की घोषणा की है। चंद्रबाबू नायडू की तेलुगू देशम पार्टी (TDP) और नीतीश कुमार की जनता दल यूनाइटेड (JDU) ने अपने सांसदों को सदन में मौजूद रहने के लिए व्हिप जारी किया है, जिससे यह स्पष्ट होता है कि इन दलों का रुख इस बिल को समर्थन देने का है।
विपक्ष की स्थिति: AIADMK, बीजद और BRS का विरोध
वहीं दूसरी ओर, विपक्ष इस बिल के खिलाफ है। तमिलनाडु की AIADMK, नवीन पटनायक की बीजू जनता दल (BJD) और तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव की भारत राष्ट्र समिति (BRS) जैसी न्यूट्रल पार्टियाँ भी विपक्ष के साथ खड़ी हैं। इन पार्टियों के विरोध ने बिल की राह को और भी चुनौतीपूर्ण बना दिया है।
विपक्ष का मांग: चर्चा का समय बढ़ाया जाए
विपक्ष ने चर्चा का समय बढ़ाकर 12 घंटे करने की मांग की है, ताकि वे अपनी आपत्तियों को बेहतर तरीके से पेश कर सकें। इस पर संसदीय कार्यमंत्री किरेन रिजिजू ने कहा कि अगर जरूरत पड़ी तो चर्चा का समय बढ़ाया जा सकता है, क्योंकि देश भी जानना चाहता है कि प्रत्येक पार्टी का इस मुद्दे पर क्या स्टैंड है।
Major Showdown in Parliament: राजनीतिक समीकरण
वक्फ संशोधन बिल का उद्देश्य वक्फ संपत्तियों के प्रबंधन में सुधार लाना और उनकी पारदर्शिता को बढ़ाना है, लेकिन इसके राजनीतिक पक्ष पर भारी चर्चा हो रही है। इस बिल को लेकर विभिन्न राजनीतिक दलों के रुख ने इसे संसद के प्रमुख मुद्दे के रूप में उभारा है, जिससे इसके प्रभाव और भविष्य की राजनीति पर सवाल उठ रहे हैं।
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