Uttarakhand forest guard exam 2013 corruption probe : उत्तराखंड में वन आरक्षी परीक्षा 2013 में हुई गड़बड़ी की दोबारा जांच की जाएगी। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस जांच के लिए जांच अधिकारी नामित किए हैं। यह जांच राजाजी राष्ट्रीय पार्क में वन आरक्षी (सामयिक मज़दूरों से भर्ती) परीक्षा-2013 में हुई अनियमितताओं के मामले में की जाएगी।
जांच की वजह
वन आरक्षी परीक्षा 2013 में अनियमितताओं के आरोप लगे थे। इसमें आरोपित सेवानिवृत्त IFS अधिकारी एच. के. सिंह के मामले में भी जांच की जाएगी। इसके अलावा, धन शोधन निवारण अधिनियम, 2002 के तहत धन शोधन से संबंधित मामलों में आरोपित लोक सेवकों के खिलाफ कार्रवाई भी जारी है।
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जांच अधिकारी नामित
मुख्यमंत्री ने रंजन कुमार मिश्र, प्रमुख वन संरक्षक/मुख्य वन्यजीव प्रतिपालक, उत्तराखंड को जांच अधिकारी और वैभव कुमार, उपवन संरक्षक, चकराता वन प्रभाग को प्रस्तुतकर्ता अधिकारी नामित किया है। इसके अलावा, सेवानिवृत्त IFS अधिकारी अखिलेश तिवारी, तत्कालीन उपवन संरक्षक/प्रभागीय वनाधिकारी, कालागढ़ टाइगर रिजर्व, लैन्सडाउन के विरुद्ध अभियोजन स्वीकृति भी प्रदान की गई है।
जांच का उद्देश्य
इस जांच का उद्देश्य वन आरक्षी परीक्षा 2013 में हुई अनियमितताओं की पूरी जांच करना और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करना है। इससे पहले भी इस मामले में जांच हुई थी, लेकिन अब दोबारा जांच की मांग की गई थी।
उत्तराखंड में वन आरक्षी परीक्षा 2013 में हुई गड़बड़ी की दोबारा जांच की जाएगी। मुख्यमंत्री ने जांच अधिकारी नामित किए हैं। इस जांच से दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की उम्मीद है और भविष्य में ऐसी गड़बड़ियों को रोकने का प्रयास किया जाएगा।
