UP farmers: लखनऊ। उत्तर प्रदेश के किसानों के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सरकार ने एक और राहत भरा फैसला लिया है। अब राज्य में जायद सीजन की मूंग और मूंगफली की फसलें न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) पर खरीदी जाएंगी। इसका सीधा लाभ लघु और सीमांत किसानों को मिलेगा।

UP farmers: मूंग की खरीदी का लक्ष्य तय किया गया
यह खरीदी प्राइस सपोर्ट स्कीम (PSS) के तहत की जाएगी, जिसमें दो केंद्रीय एजेंसियाँ—नेफेड (NAFED) और एनसीसीएफ (NCCF)—संयुक्त रूप से काम करेंगी। इस स्कीम के अंतर्गत 50,750 मीट्रिक टन मूंगफली और 34,720 मीट्रिक टन मूंग की खरीदी का लक्ष्य तय किया गया है।
UP farmers: पारदर्शी और भरोसेमंद व्यवस्था मिल सके
योजना के तहत मूंग की खरीद 2 सितंबर तक और मूंगफली की खरीद 29 अगस्त तक की जाएगी। खरीदी विपणन मंडियों और राज्य स्तरीय सहकारी समितियों के माध्यम से की जाएगी, जिससे किसानों को अपनी उपज बेचने के लिए पारदर्शी और भरोसेमंद व्यवस्था मिल सके।
UP farmers: 12 जिलों में मूंगफली खरीदेगा
जिलेवार जिम्मेदारी भी तय की गई है। नेफेड कानपुर, आगरा, वाराणसी, लखीमपुर खीरी, झांसी और मथुरा सहित 55 जिलों में मूंग, जबकि इटावा, मैनपुरी और हरदोई में मूंगफली की खरीद करेगा। वहीं एनसीसीएफ बदायूं, कानपुर देहात, हापुड़, बुलंदशहर, रायबरेली और चंदौली सहित 19 जिलों में मूंग तथा कासगंज, फ़र्रुख़ाबाद, श्रावस्ती, उन्नाव और एटा जैसे 12 जिलों में मूंगफली खरीदेगा।
किसानों को दीर्घकालिक फायदा होगा
इस निर्णय से किसानों की आय में सीधी बढ़ोतरी होगी। उन्हें समय पर फसल बेचने और तुरंत भुगतान का लाभ मिलेगा। दलहन-तिलहन फसलों को स्थायी बाजार मिलने से किसानों को दीर्घकालिक फायदा होगा।
एक महत्वपूर्ण कदम मानी जा रही
इस योजना का लाभ उठाने के लिए किसानों को आधार कार्ड, बैंक खाता और भूमि अभिलेख के साथ नामांकन कराना अनिवार्य होगा।
योगी सरकार की यह पहल किसानों के आर्थिक सशक्तिकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम मानी जा रही है।