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भारत मंडपम में जैकेट पहनकर उतरे तो,देखते रह गए लोग
Jyotiraditya Scindia Ramp Walk: दिल्ली के भारत मंडपम में आयोजित अष्टलक्ष्मी महोत्सव में केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया का एक अलग ही रूप देखने को मिला। महोत्सव में हुए फैशन शो में ज्योतिरादित्य सिंधिया ने रैंप वॉक किया। सिंधिया जैसे ही ऐरी सिल्क जैकेट पहनकर रैंप वॉक करने उतरे तो देखने वाले लोग दंग रह गए।
Jyotiraditya Scindia Ramp Walk: केंद्रीय मंत्री सिंधिया ने फैशन शो में बिखेरा जलवा
चंबल अंचल के वरिष्ठ भाजपा नेता और केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के अलग-अलग रूपों में वीडियो वायरल होते रहते हैं. ताज़ा वीडियो एक फैशन शो का है, जिसमें सिंधिया रैंप वॉक करते हुए नजर आ रहे हैं.सिंधिया दिल्ली के भारत मंडपम में चल रहे तीन दिवसीय अष्ट लक्ष्मी महोत्सव में भाग लेने के लिए गए थे. वहां आयोजित फैशन शो में उन्होंने भी शिरकत की. वे उतर -पूर्वी क्षेत्र का चमचमाता हुआ ऐरी सिल्क जैकेट पहनकर रैंप पर उतरे और जलवा बिखेरा. इस दौरान उपस्थित जज और दर्शकों ने तालियों की गड़गड़ाहट के साथ उनके रैंप वॉक का जोरदार स्वागत किया.
Jyotiraditya Scindia Ramp Walk: अष्ट लक्ष्मी महोत्सव
बता दें कि पूर्वोत्तर के आठ राज्यों को अक्सर ‘अष्टलक्ष्मी’ या समृद्धि के आठ रूप भी कहा जाता है। अष्टलक्ष्मी महोत्सव पूर्वोत्तर क्षेत्र के जीवंत वस्त्र उद्योग, हस्तशिल्प और अद्वितीय उत्पादों को प्रदर्शित करने का अभूतपूर्व मंच है। महोत्सव में इन राज्यों के भौगोलिक संकेत उत्पादों को दिखाया जा रहा है।अष्टलक्ष्मी महोत्सव में विशेष निवेशक गोलमेज सम्मेलन का भी आयोजन किया गया। इसमें राज्य और केंद्र सरकार के अधिकारियों, उद्यमियों, व्यापार जगत की हस्तियों और निवेशकों ने बढ़-चढ़ कर भाग लिया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य संवाद को बढ़ावा, निवेश के अवसरों की खोज और पूर्वोत्तर भारत के लिए अभिनव सहयोग को बढ़ावा देना है।
Jyotiraditya Scindia Ramp Walk: जाने क्या है अष्टलक्ष्मी महोत्सव
अष्टलक्ष्मी महोत्सव में कारीगरों की प्रदर्शनी, राज्य-विशिष्ट मंडप, तकनीकी सत्र और निवेशक सम्मेलन सहित कई कार्यक्रम शामिल होते हैं। इस कार्यक्रम का उद्देश्य पारंपरिक हस्तशिल्प, हथकरघा, कृषि उत्पाद और पर्यटन जैसे क्षेत्रों में आर्थिक अवसरों को बढ़ावा देना है। असम, अरुणाचल प्रदेश, मेघालय, मणिपुर, नागालैंड, मिजोरम, त्रिपुरा और सिक्किम को ‘अष्टलक्ष्मी’ या समृद्धि के आठ रूप कहा जाता है। ये भारत के सांस्कृतिक, सामाजिक और आर्थिक ताने-बाने में महत्वपूर्ण योगदान देते हैं। यह महोत्सव जीवंत संगीत प्रदर्शनों और स्वदेशी व्यंजनों के माध्यम से क्षेत्र की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को भी प्रदर्शित करता है। संस्कृति, रचनात्मकता और आर्थिक अवसरों के अपने अनूठे मिश्रण के साथ, अष्टलक्ष्मी महोत्सव पूर्वोत्तर भारत के लिए एक प्रमुख कार्यक्रम बनने के लिए तैयार है।