150 एकड़ में 12 ज्योतिर्लिंग, मॉल, शिवजी की प्रतिमा होगी स्थापित
Ujjain Mahakal: महाकाल की नगरी उज्जैन में 2028 में होने वाले सिंहस्थ महाकुंभ के पहले बड़ा काम होने जा रहा है. महाकाल लोक के बाद स्पिरिचुअल सिटी बनाई जाएगी। इसमें भगवान शिव की बड़ी प्रतिमा स्थापित की जाएगी। साथ ही, 12 ज्योतिर्लिंग भी बनाए जाएंगे, जिससे आने वाले श्रद्धालुओं को एक ही जगह दर्शन मिल सकें।
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Ujjain Mahakal: स्पिरिचुअल सिटी यानिकी आध्यात्मिक नगरी बनाने का मकसद
उज्जैन के धार्मिक टूरिज्म को बढ़ाना देना है। मोहन सरकार ने इसकी तैयारी भी शुरू कर दी है। जल्द ही इसे लेकर सीएम संबंधित विभाग के अफसरों की बैठक कर चर्चा करेंगे।
Ujjain Mahakal: स्पिरिचुअल सिटी में ये रहेंगा खास
स्पिरिचुअल सिटी की बात होगी कि यह देशभर में अपनी तरह का अनूठा स्थान होगा। उज्जैन में बाबा महाकाल, श्रीमहाकाल महालोक के भ्रमण के साथ इस स्पिरिचुअल सिटी में लोग पहुंचें। यहां भगवान भोलेनाथ की मूर्ति के चारों ओर देश के प्रसिद्ध 12 ज्योतिर्लिंग के स्वरूप स्थापित किए जाएंगे। यहां ज्योतिर्लिंग के साथ अपनाई जाने वाली पूजा पद्धति की जानकारी भी रहेगी, ताकि आने वाले श्रद्धालु 12 अलग-अलग ज्योतिर्लिंग में की जाने वाली पूजा के आधार पर पूजन कर सकें। यहां बनने वाली स्पिरिचुअल सिटी के एरिया से ही होकर कर्क रेखा गुजरती है। सरकार यहां कर्क रेखा के पास वैदिक घड़ी भी लगाने की तैयारी में है, जिससे कर्क रेखा के साथ वैदिक घड़ी का आध्यात्मिक महत्व जुड़ जाए। हालांकि, मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव फरवरी में उज्जैन में वैदिक घड़ी का लोकार्पण कर चुके हैं। यह नई घड़ी अलग होगी।
Ujjain Mahakal: महाकाल नगरी में बनेगा म्यूजियम
Ujjain Mahakal: सिंहस्थ के पहले उज्जैन में बड़ा म्यूजियम बनाने की तैयारी भी की जा रही है। यह म्यूजियम कोठी एरिया में बनाया जाएगा। इसमें विक्रमादित्य भगवान कृष्ण, महाकाल बाबा और अन्य धार्मिक महत्व को ध्यान में रखते हुए मूर्तियों और अन्य ऐतिहासिक, पुरातात्विक वस्तुओं को रखा जाएगा, ताकि श्रद्धालु म्यूजियम में जाकर उज्जैन के गौरवशाली इतिहास और धार्मिक महत्व से परिचित हो सकें।
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