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भस्मारती प्रभारी समेत हिरासत में लोग
Ujjain: मंदिर प्रशासक हटाए गए
Ujjain: महाकालेश्वर मंदिर में दर्शन के नाम पर ठगी और भ्रष्टाचार के मामले में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। घोटाले के दोनों मुख्य आरोपी राकेश श्रीवास्तव और विनोद चौकसे की रिमांड समाप्त होने के बाद इस भ्रष्टाचार में मंदिर के महत्वपूर्ण अधिकारियों की संलिप्तता सामने आई है।
मंदिर प्रशासक को पद से हटाए गए मंदिर के प्रशासक
Ujjain: इस मामले में कार्रवाई करते हुए भस्मारती प्रभारी रितेश शर्मा, आईटी सेल प्रभारी राजकुमार, प्रोटोकॉल में कार्यरत राजेंद्र सिंह सिसोदिया,प्रोटोकॉल प्रभारी अभिषेक भार्गव और निजी सुरक्षा कंपनी क्रिस्टल के दो गार्डों पर मामला दर्ज कर उन्हें हिरासत में ले लिया गया है। जांच के दौरान प्रशासक गणेश धाकड़ को उनके पद से हटा दिया गया है। सभी आरोपियों से गहन पूछताछ जारी है।
आइए जानते हैं क्या है पूरा मामला
Ujjain: महाकाल मंदिर हर साल लगभग 100 करोड़ रुपये की आय अर्जित करता है। यह आय दान, लड्डू प्रसाद, शीघ्र दर्शन और अभिषेक से होती है। हाल ही में मंदिर की आय में कमी देखी गई जिसके बाद प्रशासन ने जांच शुरू की। जांच में पाया गया कि मंदिर के कर्मचारी विनोद चौकसे और राकेश श्रीवास्तव श्रद्धालुओं से अवैध रूप से पैसे वसूल रहे थे।
ऑनलाइन लेन-देन से हुआ खुलासा
Ujjain: जांच के दौरान इन कर्मचारियों के बैंक खातों में लाखों रुपये का ऑनलाइन ट्रांजैक्शन पाया गया। इस आधार पर दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया गया जहां से उन्हें पुलिस रिमांड पर भेजा गया था।
Ujjain: प्रशासन इस मामले में आगे की जांच कर रहा है ताकि मंदिर में भ्रष्टाचार की जड़ तक पहुंचा जा सके और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा सके।