Tingling Sensation in Legs Causes: पैर में झुनझुनी या सुन्नपन (Numbness and Tingling) एक ऐसी अवस्था है, जिसमें व्यक्ति को पैरों में सुई चुभने जैसा एहसास होता है। यह समस्या अस्थायी भी हो सकती है और लंबे समय तक बनी भी रह सकती है। आमतौर पर इसे हम “पैर सो जाना” कहते हैं, लेकिन यह कई बार किसी गंभीर बीमारी का संकेत भी हो सकता है।
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पैर में झुनझुनी के प्रमुख कारण…
1. स्नायुओं पर दबाव (Nerve Compression)
लंबे समय तक एक ही मुद्रा में बैठने या पैर पर पैर चढ़ाकर बैठने से नर्व्स पर दबाव पड़ता है, जिससे रक्त प्रवाह बाधित होता है और झुनझुनी होती है।
2. नसों पर दबाव (Nerve Compression):
रीढ़ की हड्डी में समस्या, जैसे स्लिप डिस्क, या तंग जूते पहनने से नसों पर दबाव पड़ता है, जिससे झुनझुनी का अनुभव होता है।
3. विटामिन की कमी (Vitamin Deficiency):
विशेष रूप से विटामिन B12, B6 और E की कमी से नसों को नुकसान हो सकता है, जिससे झुनझुनी होती है।
4. डायबिटिक न्यूरोपैथी…
मधुमेह (Diabetes) के मरीजों में हाई ब्लड शुगर लेवल नसों को नुकसान पहुंचाता है, जिससे झुनझुनी, जलन और दर्द जैसी समस्याएं होती हैं।
5. थायरॉयड विकार (Thyroid Disorders):
हाइपोथायरॉयडिज़्म (कम थायरॉयड हार्मोन) से नसों में सूजन और झुनझुनी हो सकती है।
6. साइटिका (Sciatica)…
रीढ़ की हड्डी से निकलने वाली साइटिक नर्व में सूजन या दबाव पड़ने से कमर से लेकर पैर तक झुनझुनी और दर्द महसूस होता है।
7. विटामिन B12 की कमी…
यह विटामिन नर्व फंक्शन के लिए बेहद जरूरी होता है। इसकी कमी से नसें कमजोर हो जाती हैं और झुनझुनी शुरू हो जाती है।
8. थायरॉइड की समस्या….
हाइपोथायरॉइडिज्म के कारण शरीर में मेटाबोलिज्म धीमा हो जाता है, जिससे नसें प्रभावित होती हैं और झुनझुनी हो सकती है।
9. माइग्रेन और सिरदर्द….
कुछ लोगों को माइग्रेन के दौरान भी हाथ-पैरों में सुन्नपन या झुनझुनी महसूस होती है।
घरेलू उपाय और जीवनशैली में सुधार
नियमित व्यायाम (Regular Exercise)
रोजाना 30 मिनट की हल्की-फुल्की एक्सरसाइज, जैसे चलना, साइकिल चलाना, या योग, रक्त संचार को बेहतर बनाती है।
विटामिन B12 और B6 युक्त आहार
अंडे, मांस, मछली, दूध, दही, केले, और नट्स जैसे खाद्य पदार्थों का सेवन करें।
गर्म पानी से सिकाई (Warm Compress)
प्रभावित क्षेत्र पर गर्म पानी की सिकाई करने से रक्त संचार में सुधार होता है।
मैग्नीशियम युक्त आहार
ओटमील, हरी पत्तेदार सब्जियाँ, नट्स, और बीजों का सेवन करें, जो नसों के स्वास्थ्य के लिए लाभकारी हैं।
हाइड्रेशन (Hydration)
दिनभर में पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं, जिससे नसों की कार्यक्षमता बनी रहती है।
तनाव प्रबंधन (Stress Management)
ध्यान, प्राणायाम, और गहरी साँसों के अभ्यास से मानसिक तनाव कम करें।
लक्षण (Symptoms)
1. पैरों में सुई चुभने जैसा अहसास।
2. सुन्नपन या संवेदना का कम होना।
3. जलन या गर्मी का अहसास।
4. पैर भारी लगना।
5. संतुलन बनाने में दिक्कत।
6. चलने-फिरने में कठिनाई।
झुनझुनी की जांच कैसे होती है?
1. ब्लड टेस्ट – डायबिटीज, विटामिन की कमी, थायरॉइड आदि की जांच के लिए
2. MRI या CT स्कैन – रीढ़ या नर्व डैमेज का पता लगाने के लिए
3. नर्व कंडक्शन स्टडी (NCV Test) – नसों की गतिविधि जानने के लिए
4. EMG टेस्ट – मांसपेशियों और नर्व्स की प्रतिक्रिया देखने के लिए
इलाज के तरीके
1. विटामिन सप्लीमेंट्स – खासकर B12, B6 की कमी होने पर।
2. दवाइयां – दर्द या सूजन कम करने वाली दवाएं जैसे कि गैबा पेंटिन, प्रेगाबालिन आदि।
3. फिजियोथेरेपी – साइटिका या नसों में दबाव होने पर।
4. ब्लड शुगर कंट्रोल – डायबिटीज से होने वाली झुनझुनी में।
5. लाइफस्टाइल सुधार – शराब और तंबाकू से दूरी, संतुलित आहार, योग और व्यायाम।