
सूरत के सचिन पाली गांव की घटना
सूरत के सचिन पाली गांव में रहने वाले एक मजदूर परिवार की तीन लड़कियों की शुक्रवार को आइसक्रीम खाने और उसे गर्म करने के बाद मौत हो गई। एक ही समय में तीन बच्चियों की मौत के बाद स्वास्थ्य विभाग भी फरार है। इस बात की जांच की जा रही है कि तीनों बच्चियों की मौत आइसक्रीम खाने से हुई या फिर गर्मी के दौरान किसी जहरीले धुएं की वजह से। तीनों बच्चियों की मौत की सही वजह पीएम रिपोर्ट में बताई जा सकती है।
मिली जानकारी के मुताबिक सूरत के पाली गांव की रहने वाली तीनों लड़कियां आइसक्रीम खाकर गर्म भी हो गई थीं. उसके बाद तीनों की तबीयत बिगड़ गई और उनकी मौत हो गई। उसकी मौत आइसक्रीम खाने की वजह से हुई या गर्मी के धुएं की वजह से या किसी अन्य वजह से उसकी मौत हुई है, इसका पता लगाने के लिए जांच चल रही है। इसकी सही वजह पीएम की रिपोर्ट में बताई जा सकती है।
हादसे के वक्त शीला नाम की एक लड़की भी मौजूद थी, जिसे चमत्कारिक तरीके से बचा लिया गया है। “मैं, मेरी बहनें और दो अन्य लड़कियां वार्मअप कर रही थीं। जो दो लड़कियां आई थीं, वे आइसक्रीम खाती थीं। हम गर्म हो रहे थे क्योंकि हमें ठंड लग रही थी। फिर अचानक चक्कर आने लगे और बाद में हमें उल्टियां होने लगी और हम घर भाग गए।
क्या कह रहे हैं परिजन?
परिजनों के मुताबिक, घर के पास की दुकान से पांच लड़कियों ने आइसक्रीम खाई थी। रात में पांच लड़कियां गर्म हो रही थीं। गर्मी खा रही तीनों बच्चियों को उल्टियां होने लगीं। उल्टियां उल्टी के बाद बेहोश हो गईं। इसलिए तीनों लड़कियों को पास के अस्पताल में भर्ती कराया गया। लड़कियों की मौत एक निजी अस्पताल में और एक की सूरत सिविल अस्पताल में हुई। मौत के सही कारणों का पता लगाने के लिए सूरत सिविल अस्पताल में पोस्टमार्टम किया जा रहा है।
परिजनों ने बताया कि पहले तीनों बच्चियों का नजदीकी निजी अस्पताल में इलाज चल रहा था। तबीयत और बिगड़ने पर दुर्गा कुमारी को नवसारी सिविल अस्पताल ले जाया गया। वहां मजबूरन बच्चे को रात में ही दूसरे अस्पताल ले जाया गया। इसके साथ ही इलाज भी रोक दिया गया। रात होने के कारण परिजनों ने गुहार लगाई, लेकिन अस्पताल के डॉक्टर कुछ नहीं समझ पाए और सुबह 4 से 5 बजे के बीच सूरत सिविल अस्पताल पहुंच गए।
तड़के दो बच्चियों की मौत हो गई। जबकि दुर्गा कुमारी को भी सूरत सिविल अस्पताल में भर्ती कराने के लिए कहा जा रहा था। इसके बाद उच्च अधिकारियों के निर्देश पर लड़की को भर्ती कर लिया गया। बच्ची का ऑक्सीजन से इलाज किया जा रहा था लेकिन उसकी तबीयत में कोई सुधार नहीं हो रहा था। इस बीच बच्चियों की सुबह मौत हो गई। तीनों बच्चियों की मौत के बाद परिजनों में गुस्से और मातम का माहौल है।