बीजेपी नेता तेजिंदर पाल सिंह बग्गा, जो 70 दिनों तक सलमान खान के टीवी रिएलिटी शो ‘बिग बॉस 18’ का हिस्सा रहे, शो से बाहर आते ही मीडिया से बातचीत में अपनी अनुभवों का खुलासा किया। बग्गा ने बताया कि शो में उनका शांत स्वभाव उनकी रणनीति का हिस्सा नहीं था, बल्कि यह उनकी असली पहचान थी।
बग्गा ने कहा, “मुझे लड़ाई-झगड़ा नहीं आता और न ही कैमरे के लिए बदलना आता है। बिग बॉस एक रियलिटी शो है, और मुझे वहां दिखावा करने का कोई मतलब नहीं था। हालांकि, जो दिखता है वही बिकता है, लेकिन मैं कैमरे के लिए फेक नहीं बन सकता।” बग्गा ने यह भी कहा कि उनकी निजी जिंदगी और राजनीति में, जहां भी उन्हें लगा, उन्होंने हमेशा अपनी आवाज उठाई है।
बग्गा ने शो में अपनी दोस्ती के बारे में भी बात की और श्रुतिका के साथ अपनी अच्छी दोस्ती का उल्लेख किया। शो में श्रुतिका के बारे में उन्होंने बताया कि वह महाकाल की भक्त हैं और ‘बिग बॉस’ के दौरान उनके साथ एक गहरी दोस्ती विकसित हुई थी। बग्गा ने कहा कि एक दिन श्रुतिका की तबियत बहुत खराब हो गई थी और वह रो रही थीं। अर्जुन उनके पास थे, और तब श्रुतिका ने महाकाल का नाम लिया। अगले दिन जब वह उठीं तो उनके बालों पर भभूत था, जिससे उनका महाकाल पर विश्वास और भी गहरा हो गया।
तेजिंदर बग्गा के लिए ‘बिग बॉस’ में उनकी भूमिका और उनका शांत स्वभाव उनके व्यक्तित्व को दर्शाता है, जो कैमरे के लिए कोई अभिनय करने के बजाय अपनी असली पहचान को महत्व देता है।