बाल विदुषी 11 साल में 35 कथाएं कर चुकी हैं

ताजमहल के अंदर बाल विदुषी का शिव तांडव पाठ, वीडियो वायरल
आगरा में ताजमहल के अंदर बाल कथावाचिका लक्ष्मी द्वारा शिव तांडव मंत्र का पाठ करने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है।
1 मिनट 10 सेकंड का यह वीडियो 31 अक्टूबर से पहले रिकॉर्ड किया गया था, लेकिन मंगलवार को उन्होंने इसे अपने आधिकारिक अकाउंट पर पोस्ट किया। वीडियो में लक्ष्मी मंदिर जैसे अंदाज में हाथ जोड़कर ‘शिव तांडव स्तोत्र’ का पाठ करती दिख रही हैं।
‘ताजमहल नहीं, ये तेजोमहालय है’– बाल विदुषी का दावा
वीडियो में लक्ष्मी कहती हैं “ये कैसा मकबरा है, जिसमें कमल के फूल बने हैं, और पास में नदी बहती है। ये कोई कब्र नहीं बल्कि एक मंदिर है। भोलेनाथ की कृपा से मैं पहली बार तेजोमहालय के दर्शन करने आई हूं।”
उन्होंने कहा कि 31 अक्टूबर को रिलीज हुई ‘द ताज स्टोरी’ फिल्म में भी यही सच्चाई दिखाई गई है और अब समय आ गया है कि लोग अपने इतिहास को जानें।
‘द ताज स्टोरी’ फिल्म का जिक्र
बाल विदुषी लक्ष्मी ने अपने पोस्ट में फिल्म ‘The Taj Story’ का प्रमोशन भी किया और लिखा
“आप सभी लोग यह फिल्म जरूर देखें, ताकि असली इतिहास का पता चल सके। यह ताजमहल नहीं, तेजोमहालय है।”
फिल्म में अभिनेता परेश रावल ने मुख्य किरदार निभाया है, जो ताजमहल को शिव मंदिर बताते हैं।
बाल विदुषी की कथाएं और विवादित बयान
लक्ष्मी खुद को ‘बाल विदुषी कथावाचिका’ कहती हैं। उनके अनुसार, वे 11 साल की उम्र तक 35 से ज्यादा श्रीमद्भागवत कथाएं कर चुकी हैं।
हालांकि, यह पहला मौका नहीं है जब लक्ष्मी अपने बयानों को लेकर सुर्खियों में आई हों। महीनेभर पहले आगरा के शमशाबाद में हुई कथा के दौरान उन्होंने कहा था कि
“हर गांव में बोर्ड लगना चाहिए कि मुसलमानों का प्रवेश वर्जित है।”
उनके इस बयान पर विवाद खड़ा हो गया था। उस दौरान कथा स्थल पर श्रद्धालुओं ने ‘आई लव महादेव’, ‘आई लव योगी’, और ‘आई लव बुलडोजर’ जैसे पोस्टर लहराए थे।
ASI के नियमों के मुताबिक ताजमहल में धार्मिक अनुष्ठान वर्जित
पुरातत्व विभाग (ASI) के अनुसार, ताजमहल में किसी भी तरह का धार्मिक पाठ, पूजा या प्रचार की अनुमति नहीं है। यह परिसर एक संरक्षित ऐतिहासिक धरोहर है और यहां धार्मिक वेशभूषा, टोपी या धार्मिक प्रतीक चिह्नों के प्रदर्शन पर रोक है। फिर भी, कई बार ऐसे मामले सामने आए हैं जहां लोग ताजमहल में धार्मिक गतिविधियों के वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर डाल देते हैं।

सोशल मीडिया पर बहस, प्रशासन मौन
बाल विदुषी लक्ष्मी का वीडियो वायरल होने के बाद सोशल मीडिया पर बहस छिड़ गई है। कुछ यूजर्स ने इसे “आस्था की अभिव्यक्ति” बताया, जबकि कई लोगों ने “ASl नियमों का उल्लंघन” कहा। आगरा प्रशासन ने अब तक इस मामले में कोई औपचारिक बयान नहीं दिया है।
कौन हैं बाल विदुषी लक्ष्मी?
लक्ष्मी मूल रूप से उत्तर प्रदेश की रहने वाली हैं और ‘बाल कथावाचिका’ के रूप में देशभर में कथा कार्यक्रम करती हैं। वे अपने तेज भाषण और धार्मिक विषयों पर स्पष्ट विचारों के लिए जानी जाती हैं। उनके सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर लाखों फॉलोअर्स हैं, और वे अक्सर हिंदू संस्कृति और इतिहास से जुड़े विषयों पर अपने विचार रखती हैं।
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