
पृथ्वी से सबसे कम दूरी पर होगा चंद्रमा
Supermoon:अपनी 16 कलाओं के साथ चमकने वाला चंद्रमा आज शरदपूर्णिमा पर और भी ज्यादा खूबसूरत दिखने वाला है.वो भी इसलिए क्योकि आज चंद्रमा पृथ्वी से सबसे कम दूरी पर रहेगा.आज का चंद्रमा सुपरमून के रुप में सबसे चमकीला होगा
Supermoon: शरद पूर्णिमा पर सुपरमून का दीदार
Supermoon:शरदोत्सव का चंन्द्रमा वैसे तो अपनी 16 कलाओं के साथ चमकने की मान्यता के साथ चमकीला माना ही जाता रहा है, लेकिन इस बार उदित होने वाला चंद्रमा शरद सुपरमून के रूप में साल का सबसे चमकीला चंद्रमा होगा। विज्ञान संचारिका और नेशनल अवार्ड विनर विज्ञान प्रसारक सारिका घारू ने बताया कि चमकता चंद्रमा, पृथ्वी से मात्र 3 लाख 57 हजार 3 सौ 64 किमी की दूरी पर रहेगा जो कि इस साल के लिए सबसे कम दूरी है।
Supermoon: सुपरमून बिखरेगा चांदनी
Supermoon:भारत के समयानुसार दोपहर 4 बजकर 56 मिनट पर यह सबसे निकट बिंदु पर आएगा और इसके लगभग 1 घंटे बाद ही यह पूर्व दिशा में शरद सुपरमून के रूप में उदित होकर रात भर आकाश में अपनी चांदनी बिखेरेगा। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार आप बुधवार रात ही खीर खाकर उत्सव मना रहे हों लेकिन चमक के मामले में गुरुवार को ही चंद्रमा की चमक अधिकतम होगी।
Supermoon: क्या है सुपरमून ?
Supermoon:पृथ्वी के चारों ओर परिक्रमा करता चंद्रमा गोलाकार पथ में नहीं घूमता बल्कि अंडाकार पथ में चक्कर लगाता है। इस कारण इसकी पृथ्वी से दूरी बढ़कर कभी 406,700 किमी हो जाती है तो कभी यह 356,500 किमी तक पास भी आ जाता है। जब चंद्रमा पृथ्वी के पास आया हो और उस समय पूर्णिमा आती है तो चंद्रमा लगभग 14 प्रतिशत बड़ा और 30 प्रतिशत अधिक चमकदार दिखाई देता है। इसे ही सुपर मून कहा जाता है । गुरुवार को साल का सबसे नजदीकी सुपरमून है । यानी सुपरमून की 2 शर्तें हैं; पहली चांद पृथ्वी के सबसे नजदीक हो और दूसरी उस दिन पूर्णिमा भी हो।