Sunil Chhetri: भारत की फूटबॉल टीम के कप्तान सुनील छेत्री ने सन्यासी की घोषणा कर दी है। सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए सुनील छेत्री ने कहा की वे 6 जून को कुवैत के खिलाफ आखरी मैच खेलेंगे। छेत्री भारत के महान फुटबॉलर्स के अलावा देश के अमीर फुटबॉलर में से भी एक है।
छेत्री का करियर
छेत्री ने अपने शानदार करियर में 6 बार AIFF प्लेयर ऑफ द ईयर खिताब जीता। अंतर्राष्ट्रीय मंच पर छेत्री 2008 में AFC चैलेंज कप, 2011 और 2015 में SAFF चैंपियनशिप, 2007, 2009 और 2012 में नेहरू कप के साथ-साथ 2017 में इंटरकांटिनेंटल कप में खिताब जीतने वाली भारतीय टीमों का हिस्सा रहे।
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Sunil Chhetri: कैसे हुई शुरुआत
साल 2002 में सुनील छेत्री ने शौकिया तौर पर फुटबॉल खेलना शुरु किया था। 17 की उम्र में वे मोहन बागान क्लब से जुड़े। उन्होंने अपना पहला अंतरराष्ट्रीय गोल 20 साल की उम्र में किया।
Sunil Chhetri: FC चैलेंज कप फाइनल 2008 में ताजिकिस्तान के खिलाफ सुनील ने 3 गोल किए थे। उनके इन्हीं गोल के दम पर भारतीय टीम ने 27 सालों बाद AFC एशियन कप के लिए क्वालिफाई किया था।
2010-11 में सुनील को कंसास सिटी विजार्ड फुटबॉल लीग ने अपनी टीम के लिए साइन किया। भारत की आजादी के बाद विदेश में प्रोफेशनल लीग ज्वाइन करने वाले सुनील दूसरे खिलाड़ी बने।
Sunil Chhetri: साल 2017 में किर्गिस्तान के खिलाफ सुनील ने 69वें मिनट में गोल दागकर इतिहास रचा दिया था। उनके इस गोल की बदौलत 2019 एशिया कप के लिए भारत ने क्वालिफाई किया। इस गोल के साथ वे फीफा की टॉप 100 रैंकिंग में शुमार हो गए।
20 साल के करियर में सुनील छेत्री ने अब तक 515 मैच खेले है, और इनमें कुल 252 गोल दागे। वहीं अंतराष्ट्रीय स्तर पर भारत के लिए छेत्री ने 150 मैचों में 94 गोल किए।
इमोशनल हुए सुनील
Sunil Chhetri: सुनील ने करीब 9 मिनट 51 सेकंड के वीडियो में अपने रिटायरमेंट लेने के फैसले के बारे में बताया। सुनील ने एक्स पर शेयर किए इस वीडियो में लिखा कि मैं आपसे बहुत कुछ कहना चाहता हुं।इस वीडियो में सुनील इमोशनल होते हुए दिखे। उन्होंने अपने डेब्यु मैच को भी याद किया।
छेत्री ने कहा, ‘पिछले 19 सालों में मुझे जो चीजें याद हैं… वह है ड्यूटी, प्रेशर और खुशी का बैलेंस। मैंने पर्सनली कभी नहीं सोचा था कि ये वो गेम है, जो मैंने देश के लिए खेला, मैं जब भी नेशनल टीम के साथ ट्रेनिंग करता हूं तो उसे इंजॉय करता हूं।