Reporter: K G Panday
Umaria में सरपंच और सचिव यमराज की भूमिका को निभाते नजर आ रहे हैं और जिला प्रशासन जीवित महिला की शिकायत के बाद आज तक सरपंच सचिव पर कोई कार्रवाई नहीं की है और जीवित महिला को मृत घोषित होने के बाद शासन कि किसी भी योजना का जीवित महिला को कोई भी लाभ नहीं मिल रहा है यहां तक की सरपंच सचिव मिल कर उसके अंत्येष्टि एवं संबल योजना अंतर्गत जो राशि मिलनी थी उसे भी हजम कर ली है
मध्यप्रदेश क़े उमरिया जिले के मानपुर ब्लॉक के अंतर्गत अमरपुर ग्राम मे एक अजीबो गरीब मामला सामने आया है जिसमे गांव क़े सरपंच, और सचिव के द्वारा एक जीवित महिला को कागजों में मृत घोषित कर दिया है और हद तो तब हो गई जब उसकी अंत्येष्टि एवं संबल योजना के तहत जो राशि दिया जाता है उसे भी निकाल कर हजम कर ली है इस बात की शिकायत पीड़िता ने जनसुनवाई में उमरिया कलेक्टर को की है लेकिन अभी तक कोई भी जांच टीम उसके घर नहीं पहुंची जबकि महिला जीवित है और वह ब झाड़ू का व्यापार करती है झाड़ू घर पर बनाने के बाद उसे बाजार में बेचकर अपना और अपने परिवार का जीवन यापन करती हूं पीड़िता ने बताया की वो जब अपनी बेटी की शादी के लिए पंचायत भवन पहुंची तो वहां पता चला कि उसे मृत घोषित कर दिया गया है तब मैं उमरिया कलेक्टर को यह शिकायत की की सरपंच और सचिव मिलकर मेरे साथ ऐसा बर्ताव किया है.
अब वही जब उमरिया कलेक्टर से इस संबंध में जानना चाहा तो उनका कहना है कि हम इस मामले की जल्द से जल्द जांच कर कर दोषियों के प्रति कड़ी से कड़ी कार्रवाई करेंगे
उमरिया जिला एक आदिवासी बाहुल्य जिला है यहां पर रोजी रोजगार के लिए कृषि एवं अन्य संसाधनों के तहत पैसा कमा कर अपना जीवन यापन करते हैं और आदिवासियों के बीच में अशिक्षा होना भी एक बड़ा अभिशाप है उसी का फायदा यह सरपंच सचिव उठाकर इस तरह की हरकत करते हैं जिससे पूरा जिला शर्मसार हो जाता है अब देखना यह है कि जिला प्रशासन इस जीवित महिला को इंसाफ दिला कर क्या कोई बड़ी कार्रवाई करता है