Contents
दिवाली से पहले डर गए थे ज्यादातर रिटेल निवेशक
Stock Market Crash: शेयर मार्केट में पिछले कुछ हफ्तों से लगातार गिरावट हो रही है। सालों के इंतजार के बाद कई निवेशकों का पोर्टफोलियो जो अच्छा रहा, एक महीने में खराब हो गया है। ज्यादातर रिटेल निवेशकों का कहना है कि एक साल में जो कमाई हुई थी, वह कुछ ही दिनों में खत्म हो गई। कोविड के बाद यह पहला मौका है जब इस तरह की गिरावट देखने को मिल रही है।
ज्यादातर रिटेल निवेशक नाराज हैं। पिछले एक महीने के आंकड़ों पर गौर करें तो बाजार काफी बुरे दौर से गुजर रहा है। स्थिति यह है कि ऐसे में निवेशक कह रहे हैं कि दिवाली से पहले देवी लक्ष्मी शेयर बाजार से इतनी परेशान क्यों हैं।
शेयर बाजार में भारी गिरावट
चुनिंदा मिडकैप-स्मॉलकैप शेयरों में पिछले एक महीने में 50 फीसदी की गिरावट आई है। इंडेक्स की बात करें तो सेंसेक्स अपने ऑल टाइम हाई से करीब 6500 अंक और निफ्टी करीब 2100 अंक टूटा है। निफ्टी में 8 फीसदी से ज्यादा की गिरावट आई है जबकि सेंसेक्स में भी 8 फीसदी की गिरावट आई है। डिफेंस इंडेक्स ऊपर से 26% गिरा है। जबकि ऑटो सेक्टर में 14% और कैपिटल गुड्स में 13.5% की गिरावट आई है।
40 लाख करोड़ रुपये का नुकसान
पिछले एक महीने में कितना नुकसान हुआ है इसके आंकड़े चौंकाने वाले हैं। इस बिकवाली तूफान में निवेशकों को एक महीने में 40 लाख करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। सितंबर 27, 2024 को बीएसई का मार्केट कैप लगभग रु. 477 लाख करोड़ रुपये, जो 25 अक्टूबर को घटकर 477 लाख करोड़ रुपये रह गया। 437 लाख करोड़ रुपये।
अब नुकसान इस तरह से भी देखा जा सकता है कि वित्त वर्ष 2023-24 में कुल जीएसटी कलेक्शन 20.18 लाख करोड़ रुपये रहा। पिछले एक महीने में, निवेशकों को 1,00,000 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। बाजार में 40 लाख करोड़ रुपये डूब चुके हैं, जबकि सरकार द्वारा एक साल में जीएसटी से जितनी कमाई हुई है, उससे दोगुनी रकम पिछले एक महीने में बाजार में डूब गई है।
बाजार इतना क्यों गिर रहा है?
जानकारों की मानें तो बाजार में बड़ी उछाल के बाद प्रॉफिट बुकिंग हो रही है। इसलिए, अभी निवेश करते समय बहुत सावधानी बरतनी चाहिए। भारतीय बाजार में विदेशी निवेशक तेजी से बिकवाली कर रहे हैं। वे भारत जैसे उभरते बाजारों से पैसा निकाल रहे हैं और चीन में निवेश कर रहे हैं। मौजूदा समय में चीन का मार्केट वैल्यूएशन भारत के मुकाबले थोड़ा सस्ता है, इसलिए अकेले अक्टूबर के महीने में विदेशी निवेशकों ने 108 लाख करोड़ रुपये निकाले हैं।
कई बड़ी कंपनियों के दूसरी तिमाही के नतीजे खराब हैं, जिसकी वजह से शेयरों की बुरी पिटाई हो रही है। इससे बाजार का सेंटीमेंट लगातार बिगड़ रहा है। खासकर ऑटो सेक्टर, एफएमसीजी और कुछ टेक कंपनियों के नतीजों से बाजार को बड़ा झटका लगा है।