Indian Army Thar Desert war readiness exercise : भारतीय सेना ने राजस्थान के थार रेगिस्तान में अपनी तैयारियों को परखा. सप्त शक्ति कमान के रणबांकुरा डिवीजन ने महाजन फील्ड फायरिंग रेंज में युद्ध की वास्तविक परिस्थितियों का आंकलन किया. सेना अधिकारियों के मुताबिक यह अभ्यास उनकी परिचालन क्षमता और युद्ध तैयारी का व्यापक मूल्यांकन था.
युद्ध तैयारी का व्यापक मूल्यांकन
भारतीय सेना की सप्त शक्ति कमान के रणबांकुरा डिवीजन ने राजस्थान के थार रेगिस्तान स्थित महाजन फील्ड फायरिंग रेंज में एक बड़े स्तर पर युद्ध अभ्यास किया। यह अभ्यास वास्तविक युद्ध की परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए किया गया था, ताकि सैनिकों की परिचालन क्षमता की जाँच हो सके। सेना अधिकारियों ने बताया कि यह अभ्यास सभी हथियारों के बीच समन्वय और तकनीकी दक्षता को बढ़ावा देने के लिए था।
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अभ्यास में शामिल तकनीकी और रणनीतियां
अभ्यास में पैदल सेना, यंत्रीकृत बल, वायु रक्षा, तोपखाने की अग्नि सहायता, इंजीनियरिंग और रसद जैसे सभी घटकों का समन्वित संचालन किया गया। इसके साथ ही, ड्रोन्स और आधुनिक निगरानी तकनीकों का भी इस्तेमाल हुआ जो युद्ध के मैदान में कमांडरों को उपयुक्त जानकारी प्रदान करती हैं। सैनिकों ने तेजी से बदलते युद्ध परिस्थितियों में अपनी रणनीति में बदलाव करते हुए बेहतरीन कौशल दिखाया।
उच्चस्तरीय निरीक्षण और समीक्षा
सप्त शक्ति कमान के आर्मी कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल मनजिंदर सिंह ने स्वयं इस अभ्यास का निरीक्षण किया। उन्होंने बताया कि यह अभ्यास सैनिकों के धैर्य, अनुशासन और मानसिक सामर्थ्य की परीक्षा थी। इस दौरान उन्होंने प्रशिक्षण के स्तर की प्रशंसा की और भविष्य में और ज्यादा व्यावहारिक प्रशिक्षण की आवश्यकता पर जोर दिया।
भविष्य की तैयारियां
यह अभ्यास न केवल वर्तमान युद्ध कौशल को मजबूत करता है बल्कि आने वाली चुनौतियों के लिए भारतीय सेना को तैयार करता है। विविध भौगोलिक और जलवायु परिस्थितियों में काम करने की योग्यता सैनिकों में विकसित हुई है। सेना लगातार अपनी रणनीतियों में नवीन तकनीकों को शामिल करके सेना को अधिक प्रभावी और तैयार बनाती जा रही है।
थार रेगिस्तान में सम्पन्न यह युद्ध अभ्यास भारतीय सेना की उच्च परिचालन तत्परता और आधुनिक युद्ध तकनीकों के समेकित उपयोग का प्रतीक है। सप्त शक्ति कमान के रणबांकुरा डिवीजन ने अपने कौशल और समर्पण से यह सिद्ध किया कि भारतीय सेना हर चुनौती का सामना करने के लिए पूरी तरह तैयार है। यह अभ्यास देश की सुरक्षा एवं क्षेत्रीय अखंडता की दृढ़ता को भी दर्शाता है।
