
Mahakal Darshan.

बाबा ने उमा-महेश स्वरूप में दिए दर्शन
shivnavratri mahakal darshan: महाशिवरात्रि महापर्व के पहले श्री महाकालेश्वर मंदिर में चल रहे शिव नवरात्रि महोत्सव के दौरान भगवान श्री महाकालेश्वर अपने भक्तों को अलग-अलग स्वरूपों में दर्शन दे रहे हैं. शिव नवरात्रि के आज सातवें दिन शाम की पूजन के बाद महाकालेश्वर एवं मां भगवती पार्वती ने सभी भक्तों को अपने श्री उमा-महेश स्वरूप में दर्शन दिए.
बाबा ने उमा-महेश स्वरूप में दिए दर्शन
मान्यता है कि परम पिता परमेश्वर शिव और जगदम्बा माता श्री पार्वती के श्री उमामहेश स्वरुप के दर्शन करने से सभी भक्तों को मनवांछित फल प्राप्त होता है और उनकी सभी इच्छाएं पूरी होती हैं. भगवान शिव त्याग, तपस्या, वात्सल्य तथा करुणा की मूर्ति हैं जो सहज ही प्रसन्न हो जाते है एवं मनोवांछित फल देते हैं.
Read More:- Mahashivratri 2025: महाशिवरात्रि पर होने जा रहा है महासंयोग
उमा-महेश स्वरूप में दिए दर्शन
महाकाल मंदिर में बुधवार फाल्गुन कृष्ण एकादशी के शुभ दिन भगवान श्री महाकालेश्वर भगवान ने उमा-महेश स्वरुप में दर्शन दिए. महाकालेश्वर मंदिर का प्रांगण जय श्री महाकाल के जयकारों से गूंज उठा. सुबह महाकालेश्वर मंदिर के नेवैद्य कक्ष में भगवान श्री चन्द्रमौलीश्वर का पूजन किया गया. कोटितीर्थ कुण्ड के पास स्थापित श्री कोटेश्वर महादेव के पूजन के बाद मुख्य पुजारी पं. घनश्याम शर्मा के आचार्यत्व में 11 ब्राह्मणों ने श्री महाकालेश्वर भगवान का अभिषेक एकादश-एकादशनी रूद्रपाठ से किया. इसके बाद शाम को बाबा श्री महाकाल को गहरे गुलाबी रंग के वस्त्र धारण करवाये गये, साथ ही भगवान श्री महाकालेश्वर के श्री उमा-महेश स्वरूप का श्रृंगार कर बाबा को मुकुट, मुण्ड माला एवं फलों की माला धारण करायी गई. गुरुवार यानि 7 मार्च को भगवान श्री महाकालेश्वर शिव तांडव के रूप में दर्शन देंगे.
Click this: लैटस्ट खबरों के लिए इस लिंक पर क्लिक करे
गुड़ी पड़वा पर होगा ड्रोन शो

shivnavratri mahakal darshan :- गुड़ी पड़वा के अवसर पर मध्य प्रदेश सरकार द्वारा आयोजित विक्रमोत्सव के शुभारंभ दिवस पर शाम को आसमान में हजारों ड्रोन उड़कर भगवान शिव की विभिन्न आकृतियां बनाएंगे। इस प्रकार का ड्रोन शो मध्य प्रदेश में पहली बार आयोजित किया जा रहा है। ड्रोन शो में करीब 1500 ड्रोन आसमान में उड़ाए जाएंगे, जिन्हें एक साथ एनिमेटेड रूप में प्रस्तुत किया जाएगा। ड्रोन को कंप्यूटर प्रोग्राम के माध्यम से नियंत्रित किया जाएगा। यह शो रात में आयोजित किया जाएगा, और इसे दशहरा मैदान या किसी अन्य उपयुक्त स्थान पर किया जा सकता है। ड्रोन शो को भगवान शिव के भजनों के साथ सिंक्रोनाइज़ भी किया जाएगा।