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रजत बिल्व पत्र, त्रिपुण्ड, भांग और चन्दन से श्रृंगार
Shivanavratri: विश्व प्रसिद्ध उज्जैन के श्री महाकालेश्वर मंदिर में शिवनवरात्रि के छटवें दिन भगवान महाकाल को जल से स्नान कराया गया। इसके बाद पुजारियों ने दूध,दही,घी,शहद फलों के रस से बने पंचामृत से बाबा महाकाल का अभिषेक पूजन किया। कपूर आरती के बाद भगवान के मस्तक भगवान महाकाल को त्रिपुण्ड त्रिनेत्र भांग चन्दन और कमल के फूल की माला अर्पित कर राजा स्वरूप श्रृंगार किया गया।
रजत बिल्व पत्र, त्रिपुण्ड, भांग और चन्दन से श्रृंगार

Shivanavratri Panchamrit Abhishek Worship:- भस्म अर्पित करने के बाद , भगवान महाकाल को ड्रायफ्रूट के साथ भोग अर्पित कर कर्पूर आरती की गई। शेषनाग का रजत मुकुट रजत की मुंडमाला और रुद्राक्ष की माला के साथ साथ सुगन्धित पुष्प से बनी फूलों की माला अर्पित की। मोगरे और गुलाब के सुगंधित पुष्प धारण किये भगवान महाकाल ने। फल और मिष्ठान का भोग लगाया। भस्म आरती में बड़ी संख्या में पहुंचे श्रद्धालुओं ने बाबा महाकाल का आशीर्वाद लिया। महा निर्वाणी अखाड़े की और से भगवान महाकाल को भस्म अर्पित की गयी।
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महाशिवरात्रि पर 1000 ड्रोन का शो

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Shivanavratri Panchamrit Abhishek Worship:- 26 फरवरी को महाशिवरात्रि पर्व पर…
उज्जैन में मध्यप्रदेश सरकार द्वारा आयोजित किए जा रहे विक्रमोत्सव का शुभारंभ होगा।
इस अवसर पर शाम को उज्जैन के आसमान में एक साथ हजारों ड्रोन उड़कर भगवान शिव की अलग-अलग आकृति बनाएंगे।
इस तरह का ड्रोन शो मध्य प्रदेश में पहली बार होने जा रहा है।
महाशिवरात्रि पर्व पर महाकाल नगरी में एक साथ 1000 से ज्यादा ड्रोन उड़ेंगे।
आसमान में भगवान शिव की आकृति और उनसे जुड़े प्रतीक चिह्न रंगारंग रूप में दिखाई देंगे। शहर के लोगों को ये पहली बार देखने को मिलेगा। 125 दिनों के विक्रमोत्सव के शुभारंभ समारोह में संस्कृति विभाग के अंतर्गत महाराजा विक्रमादित्य शोधपीठ द्वारा यह ड्रोन शो आयोजित किया जा रहा है।