Saint Siyaram Baba: निमाड़ क्षेत्र के प्रसिद्ध संत सियाराम बाबा का निधन हो गया और उन्होंने 109 वर्ष की आयु में बुधवार को मोक्षदा एकादशी के दिन सुबह 6:10 बजे अपने आश्रम में अंतिम सांस ली। संत सियाराम बाबा का अंतिम संस्कार कसरावद के तेली भट्यान गांव में नर्मदा नदी के किनारे विधिपूर्वक किया गया। आपको बतादें जहां साधु-संतों ने उन्हें मुखाग्नि दी। इस अवसर पर लाखों श्रद्धालु भावुक मन से बाबा को अंतिम विदाई देने पहुंचे।
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आश्रम से नर्मदा घाट तक निकली अंतिम यात्रा
Saint Siyaram Baba: संत सियाराम बाबा के अंतिम संस्कार से पहले उनके आश्रम से नर्मदा घाट तक उनकी अंतिम यात्रा निकाली गई। इस यात्रा में बाबा को सुसज्जित डोले में विराजित किया गया और भक्तों ने “जय सियाराम” के जोरदार नारों के साथ यात्रा में भाग लिया। यात्रा हनुमान मंदिर से प्रारंभ होकर नर्मदा घाट तक गई जहां संत सियाराम बाबा का अंतिम संस्कार किया गया।
सीएम डॉ. मोहन यादव ने दी श्रद्धांजलि
Saint Siyaram Baba: तो वहीं सीएम डॉ. मोहन यादव भी इस श्रद्धांजलि समारोह में शामिल हुए। उन्होंने आश्रम में पहुंचकर बाबा की समाधि पर पुष्पांजलि अर्पित की और कहा कि बाबा के योगदान को हमेशा याद किया जाएगा। उन्होंने यह भी घोषणा की कि बाबा के आश्रम और क्षेत्र को पवित्र स्थल और पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जाएगा।
संत बाबा हनुमान के परम भक्त थे
Saint Siyaram Baba: संत सियाराम बाबा भगवान हनुमान के परम भक्त थे और अपने जीवन में सरलता और तपस्विता का आदर्श प्रस्तुत करते थे। वे भक्तों से केवल 10 रुपये का दान स्वीकार करते थे जिसका उपयोग नर्मदा घाटों के जीर्णोद्धार और धार्मिक संस्थाओं के विकास में किया जाता था। उनका जीवन रामचरितमानस के पाठ और भक्ति में समर्पित था।
बाबा के योगदान को हमेशा याद रखा जाएगा-सीएम
Saint Siyaram Baba: बाबा का निधन न केवल निमाड़ क्षेत्र बल्कि पूरे समाज के लिए एक अपूरणीय क्षति है। उनके योगदान को हमेशा याद रखा जाएगा।