रोहित शेट्टी आज के दौर के सबसे बड़े फिल्म निर्माताओं में से एक हैं, जिनकी फिल्मों में बेहतरीन एक्शन और स्टंट्स होते हैं। उनकी फिल्मों में अभिनेता हेलीकॉप्टर से छलांग लगाते हैं, गाड़ियों के धमाकेदार पलटते हुए दृश्य होते हैं, और दर्शक तालियों और सीटियों से उनका स्वागत करते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि इस सफलता को पाने के लिए रोहित शेट्टी ने संघर्ष के दिन भी देखे हैं? एक वक्त था जब वह 35 रुपये की तनख्वाह पर काम करते थे, और उनके घर का नामो-निशान तक नहीं था।
रोहित शेट्टी का परिवार पहले काफी मुफलिसी में था। वे मशहूर फिल्म निर्माता और स्टंटमैन एमबी शेट्टी के बेटे हैं। जब वह महज 5 साल के थे, तब उनके पिता का निधन हो गया और इसके बाद उनके परिवार को बहुत संघर्षों का सामना करना पड़ा। इसके बावजूद, रोहित ने हार नहीं मानी और फिल्मों की दुनिया में अपनी पहचान बनाई।
संघर्ष के दिनों में उन्होंने कई छोटे-मोटे काम किए। वह एक स्पॉटबॉय के रूप में काम करते थे और तब्बू की साड़ियां प्रेस करते थे। इसके अलावा, रोहित शेट्टी ने कई किलोमीटर पैदल चलकर घर का खर्च चलाया और कभी भी किसी काम को करने से हिचकिचाए नहीं।
आज, रोहित शेट्टी की फिल्मों में बड़े-बड़े सितारे काम करते हैं, और उनका नाम एक्शन के बादशाह के तौर पर जाना जाता है। उनकी सफलता की कहानी यह दर्शाती है कि संघर्ष के बाद मेहनत और समर्पण से बड़ी से बड़ी सफलता पाई जा सकती है।