महंगाई दर अब भी 4% से ऊपर
अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा हाल ही में ब्याज दरों में 50 आधार अंकों की कटौती के बाद आरबीआई भी ब्याज दरों में कटौती कर सकता है, लेकिन इस साल नहीं। SBI रिसर्च ने कहा है कि RBI फरवरी 2025 तक रेपो रेट घटा सकता है। अगस्त 2024 में, देश में CPI मुद्रास्फीति पांच साल के निचले स्तर 3.65% पर थी।
यह संभावना नहीं है कि कैलेंडर वर्ष 2024 में ब्याज दरों को कम करेगा। वर्ष 2025 की शुरुआत दर में कटौती के लिए सबसे अच्छा समय कहा जा सकता है। चूंकि सरकार का कैश बैलेंस बैंकिंग सिस्टम से बाहर जा रहा है, ऐसे में आने वाले दिनों में बैंकिंग सेक्टर में लिक्विडिटी से जुड़ी चुनौतियां सामने आ सकती हैं।
इस साल अनुकूल मानसून के दौरान 7% अधिक बारिश दर्ज की गई है। इससे खरीफ फसलों की बुवाई बढ़कर 109.7 मिलियन हेक्टेयर हो गई है, जो पांच साल के औसत से अधिक है। 17 सितंबर तक खरीफ फसल की बुआई पिछले साल की तुलना में 0.1% अधिक और 2.2% अधिक थी। धान का रकबा भी 2.1 प्रतिशत बढ़कर 4.1 करोड़ हेक्टेयर हो गया। जो पांच साल के औसत से अधिक है।
RBI का अनुमान है कि 2024-25 में GDP वृद्धि 7.2% रहेगी RBI ने पिछली मौद्रिक नीति बैठक के दौरान वर्ष 2024-25 के लिए 7.2% की आर्थिक वृद्धि दर का अनुमान लगाया है। इसने पहली तिमाही के लिए आर्थिक विकास दर 7.1%, दूसरी तिमाही के लिए 7.2%, तीसरी तिमाही के लिए 7.3% और चौथी तिमाही के लिए 7.2% का अनुमान लगाया है।